चाईबासा।गौड़ समाज के जाति प्रमाण पात्र की समस्या को सुलझाने के लिए शनिवार को झारखण्ड के पूर्व कैबिनेट सह गृह सचिव जेबी तुबिद ने गौड़ समाज के युवाओं से चक्रधरपुर में मुलाक़ात की. चक्रधरपुर में पूर्व सेल मजदुर नेता विजय मेलगांडी के घर पर हुए इस मुलाकात में गौड़ समाज के युवाओं ने जेबी तुबिद के सामने जाति प्रमाण पात्र को लेकर हो रही उनकी परेशानी को रखा. जिस पर जेबी तुबिद ने डीसी अनन्य मित्तल से फ़ोन पर बात की और इस समस्या का जल्द निवारण करने को कहा.
गौड़ समाज के युवाओं ने जेबी तुबिद को बताया की झारखण्ड के अधिसूचना में गौड़ शब्द को अंग्रेजी में गलत तरीके से अनुवाद किया गया है. जिसके कारण उनका जाति प्रमाण पत्र नहीं बन पा रहा है. युवाओं ने बताया की जाति प्रमाण पत्र नहीं बनने से वे रोजगार के लिए आवेदन नहीं भर पा रहे हैं या फिर नियोजन के समय प्रमाण पत्र की जांच में उन्हें रिजेक्ट कर दिया जा रहा है. बड़ी मुश्किल से सरकारी नौकरी के लिए वे तैयारी कर रहे हैं लेकिन जाति प्रमाण पत्र निर्गत नहीं होने से उनको जो रोजगार मिल सकता है उससे भी वे वंचित हो रहे हैं.
जेबी तुबिद ने सरकार के अधिसूचना को देखने के बाद बताया की यह एक मानवीय भूल है जिसके कारण गौड़ शब्द को अंग्रेजी में गलत तरीके से अनुवादित कर दिया गया है. उन्होंने इस मामले की जानकारी डीसी अनन्य मित्तल को दे दी है. जिस पर त्वरित कार्रवाई करते हुए इसे सुधार दिया जायेगा. इधर पूर्व मजदुर नेता विजय मेलगांडी ने कहा की आज के दौर में नौकरी मिलना मुश्किल है. ऐसे में अगर किसी अभ्यर्थी का चयन इसलिए सरकार के छोटी सी गलती के कारण होता है तो यह गंभीर विषय है और इसपर सरकार को गंभीरता दिखाते हुए त्रुटियों को ठीक करना चाहिए. ताकि बेरोजगार युवाओं को रोजगार मिल सके. इधर गौड़ समाज के युवाओं में जेबी तुबिद के मामले में हस्तक्षेप करने के बाद उम्मीद जगी है की जल्द ही त्रुटी को ठीक कर उन्हें जाति प्रमाण पत्र मिलने लगेगा.