Ranchi : राजधानी रांची स्थित प्रदेश भाजपा कार्यालय में भाजपा विधायक एवं पूर्व मंत्री भानु प्रताप शाही ने एक प्रेस वार्ता आयोजित किया. इस दौरान उन्होंने वर्तमान झारखंड सरकार के शिक्षक बहाली प्रक्रिया एवं इस प्रक्रिया में स्थानीय और नियोजन नीति के प्रति शिथिल रवैया पर जमकर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि अभी जो लगभग 26 हजार शिक्षकों की नियुक्ति राज्य सरकार के द्वारा की जा रही है, इस नियुक्ति प्रक्रिया में कई प्रकार की खामियां देखी जा सकती है. इसमें सबसे बड़ी खामी यह है कि राज्य में अभी तक स्थानीय नीति स्पष्ट ही नहीं हो पाया है और ना ही नियोजन नीति. फिर यह शिक्षक नियुक्ति प्रक्रिया की जा रही है.
बोले-बेरोजगार युवक-यवुतियों के साथ हो रहा छलावा
भाजपा विधायक ने कहा कि इस तरीके से राज्य में शिक्षक नियुक्ति होने पर राज्य के बेरोजगार युवक-युवतियों की हक मारी जाएगी. इस शिक्षक नियुक्ति में टेट पास अभ्यर्थियों की बात कही गई है, पर 2016 के बाद अभी तक टेट की परीक्षा नहीं हुई है. इस बीच लाखों युवक युवतियां शिक्षक प्रशिक्षण प्राप्त कर चुके हैं, जो इस नियुक्ति प्रक्रिया से वंचित रह जाएंगे. इस प्रकार से यह पूरी नियुक्ति प्रक्रिया अपने आप में राज्य के बेरोजगार युवकों के साथ एक तरह से छलावा है. साथ ही स्थानीय और नियोजन नीति वर्तमान राज्य सरकार का राजनीतिक और चुनावी एजेंडा बन कर रह गया है. इस पर राज्य सरकार कोई भी ठोस पहल करने से अभी तक वंचित है. उन्होंने कहा कि इस नियुक्ति प्रक्रिया के विरोध में भारतीय जनता पार्टी सड़क से सदन तक जोरदार आंदोलन करेगी.