Ranchi : भारतीय जनता पार्टी ने मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग की है. इस मामले में पार्टी नेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राज्यपाल से मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव द्वारा एक बिचौलिए के घर में सरकारी काम किया जा रहा है, जो घोर आपत्तिजनक है. इसका वीडियो क्लिप भी सामने आया है. उन्होंने कहा कि राजीव अरुण एक्का को मुख्यमंत्री ने उनके पद से हटाने का काम किया और उनकी पोस्टिंग दूसरे जगह करने का काम किया गया है, जबकि सुप्रीम कोर्ट के जजमेंट में स्पष्ट है कि ट्रांसफर इज नॉट पनिशमेंट, ट्रांसफर को पनिशमेंट नहीं माना जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार पूरी तरह से इस मामले पर संज्ञान नहीं ले रही है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का कार्य किया जा रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार पर इस मामले को रफा-दफा करना चाहती है. इस गंभीर मसले पर मुख्यमंत्री चुप हैं. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने राज्यपाल से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है. इस पूरे मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए. इसे लेकर राज्यपाल को ज्ञापन सौंपा गया है और राज्यपाल से आग्रह किया है कि मामले की जांच सीबीआई से हो. इसके लिए राज्य सरकार को राज्यपाल निर्देशित करें और इस पूरे मामले की निष्पक्ष तरीके से जांच होनी चाहिए.
प्रतिनिधिमंडल में ये रहे शामिल
भाजपा के इस प्रतिनिधिमंडल में पार्टी प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश के अलावा भाजपा विधायक दल के नेता सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर सिंह, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ रवींद्र कुमार राय, पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के अध्यक्ष सह सांसद समीर उरांव, प्रदेश महामंत्री एवं सांसद आदित्य साहू, प्रदेश महामंत्री सह सांसद नवीन जायसवाल, पूर्व मंत्री ,पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं विधायक सीपी सिंह एवं विधायक समरी लाल मुख्य रूप से शामिल रहे.
यह है मामला
बता दें कि भाजपा विधायक दल के नेता सह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने रविवार को राजधानी में प्रेस कांफ्रेंस कर 22 सेकेंड का एक वीडियो क्लिप जारी किया था. उसमें मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का नजर आए. पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी ने आरोप लगाया कि ईडी के अभियुक्त विशाल चौधरी के घर जाकर अधिकारी फाइलें निपटा रहे हैं. इन आरोपों पर राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई. फिर उसी बीच देर शाम प्रधान सचिव और गृह सचिव राजीव अरूण एक्का का ट्रांसफर कर दिया गया. इसे लेकर कार्मिक, प्रशासनिक सुधार तथा राजभाषा विभाग ने अधिसूचना जारी की थी. राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा है कि मामले से जुड़ा वीडियो क्लिप सामने आने के बाद मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का का तबादला किया गया है. हालांकि, फिलहाल इस बात को चर्चा मात्र ही माना जा रहा है.
आरोप राजनीतिक से प्रेरित, कहा-मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव ने
इधर, इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव राजीव अरूण एक्का ने भी अपना पक्ष रखते हुए कहा है कि उन पर लगाये गए आरोप राजनीतिक से प्रेरित है. उन्होंने कहा कि उनका तीस साल का कैरियर बेदाग रहा है. किसी से दोस्ती करना गलत नहीं है. उन्होंने किसी भी सरकारी कागज पर कार्यालय के बाहर हस्ताक्षर करने के आरोप को भी निराधार बताते हुए इसे सिरे से खारिज करने की बात कही है. साथ ही, अपने तबादले को लेकर सरकार के फैसले पर उन्होंने किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार किया है.