Ranchi : कथित टेंडर घोटाले में ईडी की गिरफ्त में आये मंत्री आलमगीर आलम की रिमांड की अवधि गुरूवार को समाप्त हो गई. उसके बाद ईडी ने उन्हें पीएमएलए कोर्ट में पेश किया. जहां प्रर्वतन निदेशालय ने अदालत से मंत्री आलमगीर को बिरसा मुंडा जेल भेजने की अनुमति मांगी. इसकी इजाजत कोर्ट ने इजाजत दी. उसके बाद उन्हें कड़ी सुरक्षा के बीच होटवार जेल भेज दिया गया.
इससे पहले टेंडर घोटाले में पिछले 15 मई में को ईडी ने मंत्री आलमगीर आलाम को पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया था. उसके बाद कोर्ट से रिमांड पर लिया गया था. रिमांग की यह अवधि गुरुवार को समाप्त हुई. उसके बाद कोर्ट के आदेश पर आगे की कार्रवाई की गई. बता दें कि झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन कथित जमीन घोटाले के मामले में मनी लांड्रिंग के आरोपों में जेल में बंद हैं. (नीचे भी पढ़ें)
भारी मात्रा में हुआ था कैश बरामद
इससे पहले ईडी ने इस मामले में आलमगीर आलम के पीएस संजीव लाल और उसके सहायक के ठिकानों पर छापेमारी की थी. जहां से उन्हें भारी मात्रा में कैश बरामद हुआ था. साथ ही ईडी को इससे जुड़ी एक डायरी भी बरामद हुई थी. जिसमें कई बातों का खुलासा हुआ था. मालूम हो कि इस पूरे टेंडर कमीशन घोटला मामले में ईडी ने सबसे पहले ग्रामीण विकास विभाग के चीफ इंजीनियर बीरेंद्र राम के ठिकानों पर बीते साल छापेमारी की थी. फिलहाल वह जेल में है.