जमशेदपुर : केंद्र सरकार की ओर से झारखंड पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ टास्क मिलते ही झारखंड के डीजीपी अनुराग गुप्ता ने रविवार को पश्चिमी सिंहभूम के चाईबासा में पुलिस के वरीय अधिकारियों के साथ बैठक कर विचार-विमर्श किया. इस बीच नक्सल ऑपरेशन चलाने और नक्सलियों पर नकेल कसने का निर्देश दिया. पुलिस मुख्यालय स्पेशल ब्रांच ने 2024 के अबतक की तैयार रिपोर्ट के अनुसार 66 नक्सली और उग्रवादी फरार हैं.
किसपर कितना है ईनाम घोषित
पीरटांड़ का माओवादी मिसिर बेसरा पर एक करोड़, पीरटांड़ का माओवादी असीम मंडल पर एक करोड़, पीरटांड़ का माओवादी अनल दा पर एक करोड़, छोटानागरा माओवादी सुलेमान पर एक लाख, पीपराटांड़ का माओवादी चमन उर्फ लंबू पर 25 लाख, नवाडीह का माओवादी लालचंद हेम्ब्रम 25 लाख, डुमरी का माओवादी रघुनाथ हेम्ब्रम पर 25 लाख, पीपराटांड़ का माओवादी अजय पर 25 लाख, बरवड्डा का माओवादी कंबा मुर्मू पर 15 लाख, पीपराटांड़ माओवादी संजय महतो 15 लाख, हेरहंज का माओवादी छोटू खेरवार 15 लाख, कामडारा का पीएलएफआइ उग्रवादी मार्टिन केरकेट्टापर 15 लाख, लावालौंग का टीपीसी उग्रवादी आक्रमण गंझू पर 15 लाख, पटमदा का माओवादी राम प्रसाद मार्डी उर्फ सचिन पर 15 लाख, पीपराटांड़ का फरार माओवादी कृष्णा हांसदा पर 15 लाख, डुमरिया का माओवादी नितेश यादव पर 15 लाख, चंदवा का माओवादी रवींद्र गंझू पर 15 लाख, पश्चिम बंगाल का माओवादी बेला सरकार पर 15 लाख, मनातू का टीपीसी उग्रवादी शशिकांत पर 10 लाख, बरवाडीह का माओवादी मृत्युंजय पर 10 लाख, लातेहार का जेजेएमपी उग्रवादी पप्पू लोहरा पर 10 लाख, बालूमाथ का माओवादी मनोहर गंझू 10 लाख, पीपराटांड़ का माओवादी साहेबराम पर 10 लाख, बिहार के गया का माओवादी विवेक यादव 10 लाख, बंदगांव का पीएलएफआइ उग्रवादी सामुएल पर एक लाख, विशुनपुर का माओवादी पांचा उरांव एक लाख, पश्चिम बंगाल का माओवादी मीता एक लाख, लावालौंग का टीपीसी उग्रवादी सहेंद्र पर एक लाख ईनाम घोषित है.