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Jharkhand- ED In Action: आयुष्मान घोटाला मामले में ED के बड़े एक्शन से मचा हड़कंप, जानिये कैसे पड़ी इस कार्रवाई की नींव, पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता पर किस तरह बढ़ सकता है संकट
झारखंड : आयुष्मान भारत योजना घोटाले की जांच को लेकर ED की कार्रवाई से हड़कंप का माहौल है. लेकिन इस कार्रवाई की नींब कब पड़ी. यह भी जानना जरूरी है. दरअसल, इस मामले में सीएजी ने संसद में अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत की थी, तभी से इस कार्रवाई की नींव पड़ गई थी. सीएजी की रिपोर्ट में आयुष्मान भारत योजना के तहत झारखंड में गंभीर अनियमितताओं का उल्लेख था, जिसमें मृत व्यक्तियों के नाम पर इलाज दिखाकर धन की हेराफेरी और फर्जी दावों का खुलासा हुआ. उसके बाद ईडी ने स्वास्थ्य विभाग और झारखंड राज्य स्वास्थ्य सोसाइटी से अनियमितताओं में शामिल लोगों के खिलाफ की गई कार्रवाई की जानकारी मांगी. विभाग ने कुछ अस्पतालों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकियों (एफआईआर) का विवरण सौंपा, जिसके आधार पर ईडी ने प्रवर्तन मामला सूचना रिपोर्ट (ईसीआईआर) दर्ज की और जांच शुरू की.
बढ़ सकता है पूर्व मंत्री बन्ना गुप्ता पर संकट
जाहिर तौर पर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता फिलहाल इस मामले में सीधे तौर पर जांच के दायरे में नहीं आए हैं. बावजूद इसके उनके निजी सचिव रह चुके ओमप्रकाश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह पर कार्रवाई ने उनके लिए मुश्किलें जरूर खड़ी कर दी हैं. खासकर, राजनीतिक गलियारों में ED के इस बड़े एक्शन और छापेमारी को लेकर चर्चाएं तेज हो गई है. इस तरह की चर्चाओं में शामिल लोग यह कहने से नहीं चूक रहे हैं कि मामले में देर-सबेर पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता पर संकट बढ़ सकता है. यह भी तय माना जा रहा है कि विपक्षी दल इस पूरे मामले को सरकार के खिलाफ हथियार के रूप में इस्तेमाल करने से नहीं चूकेंगे. ऐसे में ओमप्रकाश के ठिकानों से मिलने वाले साक्ष्य इस मामले में नया मोड़ ला सकती है. जिसके जद कौन-कौन आ सकते हैं इसे लेकर भी चर्चाओं और कयासों का दौर शुरू हो चुका है.
झारखंड तक ही सीमित नहीं है कार्रवाई
यहां यह भी जान लेना जरूरी है कि मामले में ED की कार्रवाई सिर्फ झारखंड तक सीमित नहीं है. एक ओर, पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव ओमप्रकाश सिंह के ठिकानों पर छापेमारी की गई है, वहीं देशभर में कुल 21 स्थानों पर छापेमारी की गई. इसमें झारखंड के 17 जगहों के अलावा पश्चिम बंगाल में दो, दिल्ली में एक और उत्तर प्रदेश में एक जगह पर छापेमारी सामिल है.
ये है ED के निशाने पर
झारखंड की राजधानी रांची, जमशेदपुर, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल में हो रही इस बड़े एक्शन में ED के निशाने पर थर्ड पार्टी असेसमेंट (टीपीए) एजेंसियों के अलावा अन्य संदिग्धों के ठिकानें भी शामिल हैं. यह कार्रवाई भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी) की रिपोर्ट के आधार पर शुरू हुई, जिसमें योजना में मृत व्यक्तियों के इलाज जैसे गंभीर अनियमितताओं का खुलासा हुआ था.
ED की नजर में ओमप्रकाश घोटाले की अहम कड़ी
इस पूरे घोटाले में पूर्व स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के निजी सचिव रह चुके ओमप्रकाश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह अहम कड़ी मानने जा रहे हैं. इसी को लेकर ED की टीम ने शुक्रवार की सुबह-सबेरे जमशेदपुर के मानगो क्षेत्र में स्थित नीलगिरी अपार्टमेंट में ओमप्रकाश के आवास पर छापेमारी की इसके अलावा एनएच-33 पर स्थित स्पंदन नर्सिंग होम में भी ईडी ने तलाशी अभियान चलाया. सूत्रों की मानें तो ओमप्रकाश पर योजना के तहत फर्जी दावों और धन के दुरुपयोग में संलिप्तता का संदेह है. इसी को लेकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम के साथ इन जगहों पर छापेमारी की गई.
रांची में इन जगहों पर हो रही छापेमारी
इधर, राजधानी रांची में ED की टीम जिन ठिकानों पर छापेमारी कर रही है. उसमें बरियातू थाना क्षेत्र के अरविंद मार्ग पर रश्मि एनक्लेव और रामेश्वरम लेन के श्यामा एनक्लेव में सुजीत यादव के आवास पर छापेमारी की जा रही है. इसके अलावा, अशोक नगर, पीपी कंपाउंड, एडलहातु, लालपुर और चिरौंडी जैसे इलाकों में भी गहन तलाशी अभियान चलाया गया. ताकि इन जगहों पर टीपीए एजेंसियों और अन्य संदिग्धों से जुड़े दस्तावेजों की जांच की जा सके. इससे ED घोटाले से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य मिलने की उम्मीद है. इसी को लेकर ED इस बड़ी कार्रवाई में जुटी है. ताकि परत दर परत पूरे घोटाले की पोल खोली जा सके.