रांची ।
झारखंड में राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) के तहत कार्यरत करीब दस हजार अनुबंधकर्मियों ने स्वास्थ्य विभाग के रवैये के खिलाफ काला बिल्ला लगाकर विरोध जताया. इस दौरान राजधानी के नामकुम स्थित एनएचएम कार्यालय के अलावा अन्य जिलों में भी उन्होंने प्रदर्शन किया. उनकी मांगों में स्थायीकरण के अलावा अन्य जरूरी सुविधाएं देने की मांग शामिल रही. इस दौरान उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के रवैये से वे खुद को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. (देखिये-वीडियो, नीचे भी पढ़ें)
वर्ष 2005 से राज्य में हैं कार्यरत
झारखण्ड स्वास्थ्य इंप्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन कर्मचारी संघ के अंतर्गत राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन, झारखण्ड के अनुबंध कर्मचारियों की ओर से पूर्व में स्वास्थ्य मंत्री को ज्ञापन सौंपकर इस आशय की जानकारी दी गई थी. संघ के सदस्य सचिव मनीष कुमार ने कहा कि स्वास्थ्य कार्यक्रमों को सुचारू रूप से चलाने के लिए वर्ष 2005 से ही विभिन्न संवर्गों के तहत करीब दस हजार कर्मचारी राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत झारखण्ड में काम कर रहे हैं. यहां तक कि कई कर्मचारियों की झारखंड में काम करते हुए आयु सीमा भी खत्म हो गई है. ऐसे में विभाग को उनका स्थायीकरण करते हुए अन्य मांगे भी मान लेनी चाहिए, लेकिन मौजूदा परिस्थिति इसके बिल्कुल उलट है. कर्मचारियों की समस्या सुनने के बजाय उन्हें उपेक्षित किया जा रहा है. इससे कर्मचारी हतोत्साहित हो रहे हैं. इन कर्मचारियों ने चेतवानी दी कि सरकार आगे भी उनकी बातों को अनसुना करती है तो वे उग्र आंदोलन करने पर बाध्य होंगे. इसकी सारी जवाबदेही विभाग की होगी.