झारखंड : गैंगस्टर अमन साहू के एनकाउंटर पर सूबे में सियासत तेज हो गई है. सत्ता पक्ष और विपक्षी नेताओं का बयानबाजी का दौर भी तेज हो गया है. हालांकि इस मामले में दोनों पक्ष साथ-साथ दिखते हुए पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते दिख रहे हैं. इस बीच नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा है कि अपराधियों की यही नियति है. आखिर वे पुलिस को चुनौती दे रहे थे. कब तक खेलते रहेंगे? पुलिस ने कार्रवाई कर उन्हें मार गिराया. उन्होंने कहा कि पुलिस ने अच्छा काम किया, जो लोग कानून व्यवस्था के लिए चुनौती बन रहे हैं, उनसे सख्ती से निपटने की जरूरत है. इधर, मंत्री संदीप कुमार सोनू ने कहा कि झारखंड में कानून का राज है और पुलिस अपने तरीके से लड़ रही है. आत्मरक्षा में गोली चलाना गलत नहीं है. जो लोग कानून व्यवस्था में बड़े बनेंगे, हमारी पुलिस उनसे उसी तरह निपटेगी. (नीचे भी पढ़ें)
यहां बता दें कि गैंगस्टर अमन साहू लगातार झारखंड में पुलिस को चुनौती दे रहा था. उसका नाम कुख्यात अंडर वर्ल्ड डॉन लारेंस डिसूजा के गिरोह से जुड़ने लगा था. इस बीच पुलिस उसे रायपुर से रांची ला रही थी. तभी पलामू के चैनपुर इलाके में गाड़ी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. उसी दौरान कुख्यात अमन साहू ने पुलिस से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की. तभी पुलिस ने जबावी कार्रवाई की, जिससमें अमन साहू मारा गया.