रांची। मद्धिम संगीत, पक्षियों की चहचहाहट, पतरातु डैम के किनारे बना रिजॉर्ट शुक्रवार को विदेशी मेहमानों की मेहमाननवाजी में व्यस्त था। जी 20 सम्मेलन में शिरकत करने आए मेहमान भी झारखंड के रमणीय वातावरण के कायल हो गए। कुछ मेहमान पलाश के वृक्षों को निहार रहे थे, तो कुछ डैम में बोटिंग का आनंद लेते दिखाई दिए। रिजॉर्ट में मेहमानों का स्वागत झारखंड की संस्कृति और परम्परा के अनुरूप किया गया। ढोल, नगाड़े की थाप पर नृत्य करते झारखंड के कलाकारों ने प्रतिनिधियों का मन मोह लिया।
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जेएसएलपीएस के उत्पादों के स्टॉल पर मेहमानों ने की खरीदारी
जी 20 की बैठक में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों के स्वागत का तरीका एकदम अनूठा और आकर्षक था। रिसोर्ट के किनारे जेएसएलपीएस प्रोडक्ट्स के स्टाल लगाए गए थे। साथ ही खादी ग्राम उद्योग की भी प्रदर्शनी लगाई गई थी। विदेशी मेहमानों में झारखंड के प्रोडक्ट को लेकर काफी उत्सुकता दिखाई दी। उन्होंने जेएसएलपीएस के इनस्टॉल से कई खाद्य प्रोडक्ट की खरीदारी की। वही खादी ग्राम उद्योग के स्टॉल पर भी मेहमानों ने जाकर उनके प्रोडक्ट के बारे में जानकारी ली।
झारखंडी वाद्ययंत्रों की प्रदर्शनी
विदेशी मेहमानों के लिए सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र रहे झारखंड की संस्कृति और संगीत से जुड़े वाद्य यंत्र। झारखंड की संस्कृति और संगीत से जुड़े वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी भी लगाई गई थी। विदेशी डेलिगेट्स ने वाद्ययंत्रों के प्रति गहरी रुचि दिखाई और उनके विषय में जानकारी प्राप्त की।
हॉस्पिटिलिटी के विदेशी हुए मुरीद
G20 की बैठक में भाग लेने आए विदेशी मेहमानों ने झारखंड में हॉस्पिटिलिटी को लेकर काफी तारीफ की। उन्होंने बताया कि झारखंड का नेचर आकर्षित करने वाला है और खासकर यहां की मेहमाननवाजी बेहतरीन रही।उन्हें जी-20 की बैठक के साथ-साथ यहां की प्रकृति और यहां के लोगों के बारे में काफी जानकारी मिली। झारखंड के लोक नृत्य को भी उन्होंने काफी सराहा।