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जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के थानों में काम करने वाले प्राइवेट चालकों पर गिर सकती है गाज, झारखंड गृहरक्षक चालक संघ प्रतिनिधिमंडल जिला कमांडेंट से मिला
जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के अलग-अलग थानों में काम करने वाले प्राइवेट चालकों पर अब गाज गिर सकती है। इस मुद्दे को झारखंड गृहरक्षक चालक संघ ने गंभीरता से लिया है। पूरे मामले को लेकर संघ का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को जिला अध्यक्ष अंजना नंदन पांडेय के नेतृत्व में जिला कमांडेंट अशोक कुमार से मिला। संघ की ओर से स्ट्रेंथ को और बढ़ाने की मांग की गई है।
200 से बढ़ाकर 250 करने की मांग
संघ की ओर से कहा गया है कि वर्तमान में विधि व्यवस्था का स्ट्रेंथ 200 है। इसे 250 करने की मांग की गई है। अगर स्ट्रेंथ की संख्या में बढ़ोतरी होती है तो इसका लाभ गृहरक्षकों को मिल सकता है।
गृहरक्षक की हो थाने में चालक के रूप में नियुक्ति
संघ की ओर से कहा गया है कि स्ट्रेंथ में बढ़ोतरी होने से गृहरक्षकों को थाने में चालक के रूप में नियुक्ति की जा सकती है। गृहरक्षकों के रहते प्राइवेट चालकों को थाने में रखने का विरोध संघ की ओर से किया गया है। पूर्व में कोल्हान डीआइजी के आदेश पर एक पत्र निर्गत किया गया था जिसमें प्राइवेट चालकों को हटाने के लिए कहा गया था।
प्रतिनिधिमंडल में ये थे शामिल
प्रतिनिधिमंडल में मुख्य रूप से जिला अध्यक्ष अंजना नंदन पांडेय, सचिव अशोक कुमार सिंह, संरक्षक ध्रुवनाथ सिंह, मनोज मिश्रा, उपाध्यक्ष बिहारी मिश्रा, उप-सचिव दीपक कुमार सिंह, अमित कुमार सिंह, संगठन सचिव सुरेश प्रसाद, उप-संगठन सचिव दीपक कुमार भट्ट, रघुवीर कुमार वर्मा, कोषाध्यक्ष आकाश गुप्ता, दीनू कुमार साहू, प्रवक्ता सुधीर कुमार सिन्हा, नंदलाल गिरी, कार्यालय प्रभारी प्रभात वर्माल, कार्यकारिणी सदस्यों में शिव कुमार, विनोद कुमार सिंह, रमेश कुमार, मीठू सिंह, दीपक साहू, दीपक सिंह, अमित भट्ठ, शंकर साहू आदि शामिल थे।