RANCHI : कोलकाता कैशकांड में कांग्रेस ने तीन विधायकों को सस्पेंड कर दिया गया था, लेकिन कथित “सेक्स चैट” प्रकरण में स्वास्थ्य मंत्री पर बन्ना गुप्ता पर एक्शन लेने में इतनी देर क्यों की जा रही है? यह सवाल कहीं और नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी में ही दबे स्वर उठने लगे हैं. सवाल उठानेवालों का यह भी कहना है कि जब कैशकांड में जांच होने के पहले ही तीन विधायकों के खिलाफ सस्पेंशन की कार्रवाई की गयी थी तो फिर इस मामले में मंत्री बन्ना गुप्ता पर पार्टी के वरीय नेता इतनी मेहरबानी क्यों कर रहे हैं. पार्टी सूत्रों की मानें तो यूं तो यह सवाल कांग्रेस के भीतरखाने में स्वास्थ्य मंत्री से जुड़े आपत्तिजनक वीडियो वायरल होने का मामला सामने आने के बाद से उठने लगा था, जो अब समय बीतने के बाद तेज होने लगा है. बावजूद इसके अब तक इस मामले में पार्टी का कोई बड़ा नेता अब तक कुछ खुलकर बोलने से इंकार कर रहा है. इसकी बड़ी वजह कांग्रेस मुख्यालय का वह फैसला बताया जा रहा है, जिसमें तय हुआ है कि इस प्रकरण में कर्नाटक के चुनाव के बाद ही किसी तरह का निर्णय लिया जाएगा. बावजूद इसके भीतर ही भीतर विरोधी इस पूरे प्रकरण में कांग्रेस के आला नेताओं पर अब भी सवाल जरूर उठा रहे हैं. वैसे भी यह पूरा मामला रह-रहकर नया मोड़ ले रहा है. इसे लेकर अब सबकी निगाहें मामले के अगले मोड़ पर जा टिकी है.
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