Ranchi : प्रकृति पर्व सरहुल को लेकर रांची समेत राज्य भर में शुक्रवार को उत्साह और उमंग का माहौल रहा. सरहुल पर्व झारखंड के सबसे बड़े त्योहारों में एक है. जनजातीय समुदाय प्रकृति के इस महान पर्व को मना कर यह संदेश देते हैं कि प्रकृति यदि संरक्षित रहेगी, तभी इंसान भी सुरक्षित रहेंगे. यह उनके प्रकृति के प्रति प्रेम, आस्था, विश्वास, सम्मान एवं उपासना को दर्शाता है. चैत्र शुक्ल पक्ष तृतीया के दिन सरहुल पर्व मनाया जाता है. इस दिन जनजातीय समुदाय के लोग नववर्ष का स्वागत करते है, साथ ही धरती माता एवं सूर्य पिता की आराधना पर नए फल-फूल एवं पत्तियों के उपभोग की इजाजत भी लेते हैं.
सरहुल पर्व के इस खास मौके पर राजधानी रांची में सरहुल की भव्य शोभायात्रा निकाली गई. राजधानी के विभिन्न इलाकों से निकली यह शोभायात्रा रांची के मेन रोड स्थित अल्बर्ट एक्का चौक पहुंची. यहां बड़ी संख्या में जनजातीय समुदाय के लोगों ने मांदर की थाप पर पारंपरिक नृत्य किया और प्रकृति के प्रति अपनी आस्था को व्यक्त किया. उसके बाद शोभायात्रा में शामिल श्रद्धालु सिरोमटोली पहुंचे, जहां शोभायात्रा की विधिवत समापन हुई. इस शोभायात्रा में महिलाओं के पारंपरिक नृत्य और लाल पाढ़ वाली सफेद साड़ी आकर्षण का केंद्र रहा. पारंपरिक वाद्य यंत्रों ढ़ोल-नगाड़े के साथ नाचते गाते स्त्री-पुरुष और बच्चों की छटा देखते ही बन रही थी. शोभायात्रा में विशालकाय सरना झंडा भी लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रहे थे. शोभायात्रा के स्वागत के लिए रांची के मेन रोड समेत शहर के विभिन्न जगहों पर शिविर भी लगाए गए थे.
सुरक्षा का रहा पुख्ता इंतजाम
इधर, सरहुल पर्व को लेकर प्रशासनिक तैयारियां भी पूरी देखी गई. शांति व्यवस्था के साथ सरहुल पर्व मनाया जाए, इसके लिए रांची के विभिन्न इलाकों में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई थी. साथ ही, शोभा यात्रा को लेकर बिजली विभाग भी पूरी तरह से चौकस रहा. रांची के मेन रोड, लालपुर, हरमू रोड, बारियातू , सिरोमटोली, बहू बाजार समेत कई अन्य इलाकों में जहां-जहां से शोभा यात्रा गुजरी. वहां सुरक्षा के मद्देनजर बिजली काट दी गई थी, ताकि किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो.
जमशेदपुर और आस-पास के क्षेत्रों में भी रही सरहुल की धूम
इधर, लौहनगरी जमशेदपुर और आस-पास के क्षेत्रों में भी प्रकृति पर्व सरहुल की धूम रही. इस दौरान पारंपरिक ढ़ंग से सरहुल महापर्व मनाया गया. वहीं, शाम ढ़लने के बाद जगह-जगह भव्य शोभा यात्रा भी निकाली गई. इसमें शामिल पुरुष और महिलाएं डीजे की धुन पर झूमते-नाचते नजर आए. इसे लेकर पूरा माहौल उत्साहपूर्ण बना रहा.