जमशेदपुर : मणिपुर में हिंसा और दरिंदगी के खिलाफ झारखंड जानतांत्रिक महासभा और जोश सामाजिक संगठन की ओर से शनिवार को साकची बिरसा चौक (साकची गोलचक्कर) पर विरोध-प्रदर्शन किया गया. महासभा के दीपक रंजीत ने कहां कि मणिपुर का वाइरल वीडियो 4-5 मई का बताया जा रहा है. यह वीडियो अब जुलाई में ढाई महीने के बाद मणिपुर से बाहर आता है.
देश के प्रधानमंत्री का मणिपुर की तरफ ध्यान ही 3 महीने के बाद जाता है. वह भी तब जब सुप्रीम कोर्ट ने चेतावनी दी. अब सवाल उठता है कि प्रधानमंत्री जी निवस्त्र कर सामूहित दुष्कर्म पर लगभग ढाई महीने के बाद दुख व्यक्त करते हैं. क्या प्रधानमंत्री जी को इतने शर्मसार कर देने वाली घटना का सूचना पहले नहीं मिली थी. सुचना अब मिली इसका मतलब मणिपुर का पूरा का पूरा सिस्टम ही खत्म हो गया है. या इसे कोई नियंत्रण कर रहा है. और यह नियंत्रण करने वाला कौन है?
मुख्यमंत्री जी आप क्या कर रहे थे
अजित तिर्की ने कहा कि मणिपुर के मुख्यमंत्री वा बयान आता है कि इस तरह का कई घटनाएं हुई है तो महाराज आप वहां बैठकर कर क्या रहे हैं? या तो आप ही करवा रहे हैं? मणिपुर सरकार सिर्फ और सिर्फ वहां इंटरनेट सेना बंद करवा दिया है. ताकि वहां की खबर बाहर नहीं जा सके. इंटरनेट सेवा बहाल करने के बाद पूरी सच्चाई सामने आ गयी है.
प्रदर्शनकारियों ने क्या कहा
प्रदर्शनकारियों ने केंद्र सरकार से मांग की कि अपना राजनीतिक घाटा-फायदा को छोड़कर मणिपुर में जल्द से जल्द शांति बहाली की दिशा में काम करें. नहीं तो मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगे.