चाईबासा : झारखंड विधान सभा में विशेष सत्र आयोजित कर संशोधन के साथ सरना आदिवासी धर्म कोड का प्रस्ताव बुधवार को सर्वसम्मति से पारित किया गया। विधानसभा में सरना आदिवासी धर्म कोड के पारित होते ही पुरे झारखण्ड में समाज में ख़ुशी की लहर दौड़ गयी है. चक्रधरपुर में भी विधायक सुखराम उराँव के ज्येष्ठ पुत्र झामुमो नेता सनी उराँव ने झामुमो के समर्थकों व नेताओं के साथ इस ख़ुशी में मिठाइयाँ बांटी और पटाखे जलाकर दीवाली मनाई. इस दौरान चक्रधरपुर प्रखंड कार्यालय के समीप स्थित भगवान् बिरसा मुंडा की प्रतिमा पर झामुमो नेताओं ने माल्यार्पण किया और जय झारखंड का नारा लगाया. झामुमो नेताओं ने विशेष सत्र बुलाकर सरना धर्म कोड का प्रस्ताव पारित किये जाने पर सूबे के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का धन्यवाद किया है और उनकी भूरी भूरी प्रशंसा की है. झामुमो नेताओं ने कहा की झारखण्ड में सरना धर्म कोड की मांग कई वर्षों से की जा रही थी लेकिन अब जाकर हेमंत सरकार ने वो साहस दिखाया और आदिवासी सरना धर्म कोड को विधानसभा के विशेष सत्र में पारित किया. झारखण्ड सरकार के इस कार्य से लोगों में ख़ुशी की लहर है आज दीवाली से पहले झारखण्ड में दीवाली मनाई जा रही है.