JHARKHAND POLITICS :हेमंत सोरेन के जेल जाने के पहले इस बात के कयास लगाए जा रहे थे कि उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को ही झारखंड का सीएम बनाया जाएगा. बिहार का फार्मूला झारखंड में भी लागू होगा. ऐसा हुआ नहीं. वह इसलिए क्योंकि कल्पना में कितनी छमता है इसकी जानकारी किसी को नहीं थी. हेमंत सोरेन भी असमंजस्य की स्थिति में थे. अब कल्पना सोरेन ने जिस तरह से राजनीति में अपनी पैठ जमानी शुरू की है उससे तो साफ लग रहा है कि उलगुलान रैली के बाद झामुमो के वरीय नेताओं को यह मान लेना होगा कल्पना सोरेन में लीडरशिप (नेतृत्व) की छमता है. वह हेमंत के जैसा ही झामुमो को चला सकती है.
रविवार को ही रांची के प्रभात तारा मैदान में उलगुलान न्याय रैली का आयोजन किया गया है. रैली में शामिल होने राहुल गांधी के साथ-साथ बिहार के पूर्व सीएम और राजद सुप्रीमो खुद लालू प्रसाद यादव पहुंच रहे हैं. ऐसे में रैली को लेकर किसी तरह का कयास लगाने का मौका ही नहीं मिलेगा.
विधायकों और जिलाध्यक्षों के छूट रहे पसीने
रैली में पूरे जिले से लाखों की संख्या में कार्यकर्ता पहुंचे इसकी जिम्मेवारी विधायकों और सभी जिलाध्यक्षों को ही दी गई है. ऐसे में उनके पसीने छूट रहे हैं. कड़ी धूप में नेताओं को एक-एक कार्यकर्ताओं के समक्ष हाथ जोड़ते और उन्हें सम्मान देते हुए देखा गया.
बस में ही सभी तरह की सुविधाएं
झामुमो की ओर से रैली में शामिल होने वाले कार्यकर्ताओं के लिए बस की व्यवस्था की गई है. बस में ही खाने-पीने की सभी तरह की व्यवस्था कर दी गई है. बस के भीतर केला, ब्रेड के अलावा चुड़ा-गुड़ और मिनरल वाटर तक की व्यवस्था की गई है. इसके पहले तक कार्यकर्ताओं को मिनरल वाटर नसीब नहीं होता है.
झंडा-बैनर के साथ रैली में हो रहे शामिल
सभी बसों पर झंडा और बैनर लगा दिया गया है. कार्यकर्ताओं के हाथों में भी झामुमो का झंडा लहराते हुए देखा गया. इस बीच इंडी गठबंधन के कम ही लोगो को देखा जा रहा है. उनके सिर्फ चोटी के नेता ही समारोह में शामिल हो रहे हैं. निचले स्तर के कार्यकर्ताओं को कोई नहीं पूछ रहा है.