जमशेदपुर :करनडीह बिजली ऑफिस का तो उपर वाला ही मालिक है. यहां पर पोस्टेड जेई, एसडीओ व अन्य बिजली विभाग के सरकारी कर्मचारी दोपहर 12 बजे के बाद ही आते हैं. इसकी जांच कभी भी की जा सकती है. जी हां जब इनसाइड झारखंड को वहां के कर्मचारियों से जब इसकी जानकारी मिली थी तब धरातल पर जाकर देखा गया. पाया गया कि सुबह के 10 बजकर 7 मिनट तक ऑफिस में ताला लटका हुआ था. प्राइवेट से जो कर्मचारी बिजली बिल लेते हैं वे समय पर आकर अपना काम कर रहे थे. बाकी के सभी सरकारी अधिकारी नदारद थे.
बिजली ऑफिस के अगर साहबों की बात छोड़ दें तो वहां पर काम करने वाला सुरक्षाकर्मी भी दोपहर 12 बजे के बाद ही पहुंचता है. उससे अगर कुछ पूछा जाए तो तपाक से जवाब देता है कि साहब 2-3 बजे के बाद मिलेंगे.
6 मई को भी कुछ ऐसा ही रहा नजारा
करनडीह बिजली ऑफिस में 6 मई की बात करें तो कार्यालय के बारे में जैसा सुना गया था ठीक वैसा ही पाया गया. सुबह 10 बजकर 7 मिनट पर प्राइवेट से काम करने वाले कर्मचारी अपनी ड्यूटी कर रहे थे, लेकिन सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों का कहीं पर भी अता-पता नहीं था.
उपभोक्ताओं को हो रही है परेशानी
चिलचिलाती गर्मी में भी अधिकारियों के समय पर ड्यूटी नहीं आने के कारण बिजली उपभोक्ताओं को भारी परेशानी हो रही है. उन्हें घंटों खड़ा होकर अधिकारियों का इंतजार करना पड़ता है.