UP NEWS : यूपी के कासगंज में ट्रैक्टर ट्रॉली हादसा का मुख्य कारण यह है कि घटना के पहले बेयरिंग टूट गई थी. चालक ने जैसे ही ब्रेक लगाया था कि ट्रैक्टर ट्रॉली समेत तालाब में पलट गई. हादसे के बाद पहुंचे लोगों का मुंह कलेजा को आ गया था. घटनास्थल पर पहुंची भीड़ ने लोगों को भरसक बचाने का प्रयास किया था.
अगर पलटी ट्रॉली को प्रशासन की मदद से समय पर बाहर निकाल लिया जाता तब शायद कुछ लोगों की जानें बचाई जा सकती थी. किसी तरह से ट्रॉली के भीतर दबे लोगों को निकालने का काम किया गया. इसके भीतर अधिकांश दबे लोगों की मौत हो गई थी तो कुछ की सांसे अभी चल रही थी.
शव पहचान पाना भी था मुश्किल
कासगंज हादसे में जिन शवों को बाहर निकाला गया था उसे परिवार के लोग भी ठीक से पहचान नहीं पा रहे थे. चेहरे और शरीर पर मिट्टी का लेप लगा होने से लोगों को खासा परेशानी हुई. इस बीच पुलिस को भी मृतकों की सूची बनाने में दिक्कतें आई थी.
अपनों को मौत के मुंह से निकालने में जुटे थे परिजन
घटना के बाद तालाब पहुंचे परिवार के लोग अपनों को मौत के मुंह से निकालने में जुटे हुए थे. इसके अलावा जो लोग हादसे में बच गए थे वे भी अपनों को सुरक्षित बाहर निकालने का प्रयास कर रहे थे.
बच्चे का मुंडन कराने ट्रैक्टर ट्रॉली पर जा रहे थे 50 लोग
बताया जा रहा है कि घटना के समय ट्रैक्टर ट्रॉली पर सवार करीब 50 लोग कसा गांव के एक साल का बच्चा सिद्धू का मुंडन कराने के लिए जा रहे थे. इसके पहले ही रास्ते में हादसा हो गया. इसमें परिवार के सदस्यों के साथ-साथ पड़ोस के लोग भी शामिल थे.