जमशेदपुर : जिला प्रशासन और टाटा कंपनी की ओर से खैरबनी गांव में ही कचरा संयंत्र लगाने की जो योजना बनायी गयी है उसके विरोध में मंगलवार को खैरबनी के सामुटोला में 12 मौके के मानकी मुंडा संघ ने ग्रामसभा का आयोजन किया. माझी परगना महाल धाड़ दिशोम ने इसकी पहल की थी. ग्रामसभा में निर्णय लिया गया कि पांचवीं अनुसूची में न तो टाटा कंपनी की जोर जबरदस्ती चलेगी और न ही सरकार की. ग्रामसभा जो फैसला लेगा वही सर्वोपरी होगा. ग्रामसभा में कचरा प्लांट और हैवी वीकल मोटर ट्रेनिंग सेंटर का भी विरोध किया गया. कहा गया कि किसी भी सूरत में खैरबनी गांव को शहर का डस्टबिन नहीं बनने दिया जायेगा.
2013 में तत्कालीन राज्य सरकार के निर्देशानुसार खैरबनी मे कचड़ा संयंत्र के लिए आयोजित ग्रामसभा में रद्द की गई थी. ग्रामसभा मे संकल्प लिया गया किसी भी हालत मे खैरबनी में कचड़ा संयंत्र बनने नहीं दिया जाएगा. इस क्षेत्र के मुखिया, जिला परिषद, विधायक और संसद स्पष्ट करें कि खैरबनी कचड़ा निस्तारण संयंत्र के विरोध में है या जिला प्रशासन और टाटा कंपनी के साथ.
प्रशासन गांव में आकर करे वार्ता
14 जून को जिला प्रशासन प्रखंड कार्यालय में ग्रामसभा से संवाद के लिए बुलाया गया है. ग्रामसभा इसे खारिज करती है. कहा गया गांव में आकर ग्रामसभा में अधिकारी अपनी बातों को रखें. भूमि बैंक नीति झारखंड सरकार रद्द करें. भूमि अधिग्रहण संशोधन कानून 2018 रद्द करे. मनपीटा मे हैवी वीकल ड्राइविंग ट्रेनिंग सेन्टर को भी खारिज किया जाता है. बृहत ग्रामसभा परसुडीह थाना क्षेत्र को नगर परिषद् का गठन का विरोध किय गया.
ग्रामसभा का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं- कृष्णा लोहार
कृष्णा लोहार ने कहा कि पांचवीं अनुसूची क्षेत्र में पेसा कानून का उल्लंघन कर बिना ग्रामसभा के खैरबनी में कचड़ा संयंत्र लागाने का प्रयास और मनपीटा मे हैवी वीकल मोटर ड्राइविंग सेन्टर बनाए जाने का प्रयास संविधान का घोर उल्लंघन है. इसे ग्रामसभा किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करगी. देश परानिक लेदम किस्कू ने कहा कि शहर के सौंदर्यीकरण के लिए पार्क बनाया जा रहा है और गांव के वातावरण को दूषित करने के लिये कचड़ा संयंत्र बनाया जा रहा है. इसे माझी माहाल बर्दाश्त नहीं करेगी.
जरूरत पड़ी तो सरकार से लडेंगे- डेमका सोय
आदिवासी नेता डेमका सोय ने कहा कि पिछली सरकार से हमलोगों ने सीएनटी/एसपीटी एक्ट संशोधन लिए लड़ाई लड़ी थी. यदि भूमि बैंक खारिज नहीं हुआ तो वर्तमान सरकार से भी लड़ाई लड़ी जायेगी. माझी बाबा दीपक मुर्मू ने कहा कि सामुटोला ग्राम को शहर का कचड़ा के लिए डस्टबिन बनने नहीं दिया जायगा.
कपूर बागी ने क्या कहा
कापूर बागी ने कहा कि लोक कल्याणकारी सरकार में जनविरोधी योजना चाहे वो मनपीटा में हैवी वीकल मोटर्स ड्राइविंग ट्रेनिंग सेंटर हो या खैरबनी सामुटोला मे ठोस कचड़ा निस्तारण संयंत्र का विरोध करते हैं. तोरोप पारगना हरिपादो मुर्मू ने कहा कि ग्रामसभा रूढ़ी प्रथा से चलेगा और सरकार को इसका अनुपालन करना होगा. बिना ग्रामसभा के अनुमति के खैरबनी सामुटोला मे कचड़ा संयंत्र नहीं लगा सकता है. सोमनाथ पाड़ेया ने कहा कि ग्रामसभा भारतीय संविधान के धारा 243 ख के अनुसार संवैधानिक संस्था है. ग्रामसभा के प्रस्ताव को मानने के लिए जिला प्रशासन और सरकार बाध्य है.
ग्रामसभा में ये थे मौजूद
हातु मुडां दिकू मेलगांडी की अध्यक्षता में ग्रामसभा का अयोजन किया गया. मंच का संचालन संग्राम हेम्ब्रम ने किया. असनबनी तोरोफ परगना हरिपादो मुर्मू, देश परानिक लेदम किस्कू, हातु मुडां दिकू मेलगांडी, माझी बाबा दीपक मुर्मू, दलमा राजा/मानकी 12 मौजा राकेश हेम्ब्रम,पारगना आयो सुनीता मुर्मू, कैलाश बिरुआ, संग्राम हेम्ब्रम, शंकर गगराई, मुखिया सिंगो मुर्मू, माझी बाबा, विशु हांसदा, मुडां संपूर्ण संवैया, मुडां शिवशंकर तियू, नरान बान्डरा, बाबू लाल हेम्ब्रम, अंकिता, गुरुचरण भूमिज, उजवल महतो, बुका हो, प्रभाकर हांसदा, लक्ष्मण लोहार, सरिता हो, सविता मुर्मू, पिंकी हो, संगीता महतो, बबलु तियू, जीरा पूर्ति, सरिता बरदा, राधा हेम्ब्रम, मूगली देवगम, सुनिता पूर्ति, सोमवारी हेम्ब्रम, गुराई पूर्ति आदि मौजूद थे.