सरायकेला : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने पिता के नाम की झूठी सौगंध खाकर जनता के साथ छलावा किया है. पिता के नाम को बेचने का काम किया है. जनता इस चुनाव में हिसाब लेगी. यह कहना है असम के मुख्यमंत्री सह झारखंड बीजेपी के सह प्रभारी हिमंता विस्व सरमा का. वे शुक्रवार को खरसावां विधानसभा क्षेत्र में प्रत्याशी सोनाराम बोदरा के समर्थन में आयोजित जनसभा को संबोधित कर रहे थे.
सीएम ने आदिवासियों के साथ फरेब किया
जनसभा में हेमंत सोरेन सरकार पर जमकर प्रहार किया. कहा कि पिता का नाम को बेचने वाले हेमंत सोरेन ने झारखंड के लोगों को ठगा है. सरकार में आने से पहले 5 हजार प्रति माह बेरोजगारों को भत्ता देने और 1 लाख खाते में भेजने जैसे कई झूठे वादे किए. आदिवासियों के साथ भी हेमंत सरकार ने फरेब किया है. गरीबों को शादी में सोने का सिक्के देंने को कहा था. नहीं तो पैसों की सौगात मिलेगी. गरीबों के हिस्से का सारा पैसा और सोना आलमगीर आलम की तिजोरी से मिला. हेमंत सोरेन ने आलमगीर आलम और इरफान अंसारी जैसे लोगों को अमीर बनाने का काम किया. झारखंड की जनता को वोट की राजनीति के लिए इस्तेमाल कर छोड़ दिया.
पैसा हड़पने वालों के पीछे पड़ती है ईडी-सीबीआई
हिमंत ने कहा कि हेमंत सोरेन भाजपा और प्रधानमंत्री पर ईडी-सीबीआई दुरुपयोग का आरोप लगाते हैं. ईडी-सीबीआई किसी गरीब के घर में नहीं जाती. जनता के हक का पैसा हड़पने वाले आलमगीर आलम जैसे नेताओं के पीछे पड़ती है तो हेमंत को तकलीफ होती है.
भाजपा की सरकार बनी तो सास-बहू को सम्मान
हिमंत विस्व सरमा ने कहा कि भाजपा सत्ता में आती है तो वृद्ध महिलाओं को मिलने वाले एक हजार पेंशन की राशि को बढ़ाकर ढाई हजार रुपये किया जाएगा. वहीं महिलाओं को गोगो दीदी योजना से जोड़कर 2100 रुपये उनके खाते में भेजे जाएंगे. सास और बहू के बीच संबंध मधुर बने रहेंगे. हर एक महीने उनके खाते में निर्धारित राशि भेजी जाएगी. झारखंड में केवल हेमंत और कल्पना खुश हैं. बेरोजगारों को नौकरी न देकर केवल 1 हजार खाते में भेजकर उनका अपमान किया जा रहा है. बीजेपी वृद्ध, महिला, युवा हर तबके का ख्याल रखेगी. हिमंत ने कहा कि सीजीएल परीक्षा रद्द कर युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने वालों को धकेलकर जेल भेजेंगे. खरसावां में आयोजित चुनावी जनसभा में झामुमो में गए बास्को बेसरा ने दोबारा पार्टी का दामन थामा. इस मौके पर जिला अध्यक्ष उदय प्रताप सिंह देव, भाजयुमो जिला अध्यक्ष अनुराग जायसवाल, जवाहरलाल बानरा, अभिषेक आचार्य आदि मौजूद थे.