जमशेदपुर : कंस्ट्रक्शन से लेकर अन्य जहां कहीं पर भी दिहाड़ी मजदूरोें को काम करने के लिए लगाया जाता है वहां पर सेफ्टी का बिल्कुल ही ख्याल नहीं रखा जाता है। ठेकेदार की लापरवाही का खामियाजा बराबर मजदूरों को ही भुगतना पड़ता है। कुछ इसी तरह का एक मामला बुधवार को मुसाबनी के सेन इंडीनियरिंग में देखने को मिला। यहां पर मजदूरों से काम लिया जा रहा था। सेफ्टी बेल्ट के टूट जाने से मजदूर कर्ण 20 फीट की उंचाई से जमीन पर गिरा और अस्पताल पहुंचने के पहले ही दम तोड़ दिया।
दो माह से कर रहा था काम
कर्ण के परिवार के लोगों ने बताया कि कोरोनाकाल के बाद वह दो माह से ही काम कर रहा था। बुधवार को वह काम पर आया ही था कि अचानक सेफ्टी बेल्ट टूट गया और वह धड़ाम से जमीन पर गिर गया।
मुसाबनी से लाने में लगे दो घंटे
मुसाबनी से मजदूर को एमजीएम अस्पताल तक लाने के लिए दो घंटे तक का समय लग गया। कर्ण के परिजनों ने बताया कि रास्ते में उसकी सांस चल रही थी। अस्पताल पहुंचते ही उसकी मौत हो गई।
लापरवाही का लगाया आरोप
परिवार के लोगों ने कंपनी के ठेकेदार पर लापरवाही करने का आरोप लगाया गया है। अब परिवार के लोग मुआवजे की मांग कर रहे हैं। इधर एमजीएम अस्पताल में शव का पंचनामा बनाने कोे बाद पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।