सरायकेला-खरसावां : जिले के ईचागढ़, चांडिल, राजनगर, गम्हरिया व अन्य जगहों पर स्व. निर्मल महतो को याद किया गया। इस दौरान समारोह का आयोजन करके झामुमो और आजसू पार्टी की ओर से उन्हें श्रद्धांजलि दी गई और उनके बताए मार्ग पर चलने का भी प्रण लिया गया।
ईचागढ़ आदारडीह
ईचागढ़ प्रखंड के आदारडीह गांव के सांसद भवन परिसर मे रविवार को शहीद निर्मल महतो का शहादत दिवस सह समाजिक न्याय मार्च का शुभारंभ किया गया । आजसू के जिला सचिव सह ईचागढ़ प्रभारी भोलानाथ महतो के नेतृत्व मे शहीद निर्मल महतो के चित्र पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया गया । शहीद निर्मल महतो के चित्र पर आजसू कार्यकर्ताओं ने बारी बारी से पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी। आजसू ने शहीद निर्मल महतो का सपने का झारखंड बनाने का संकल्प लिया । जिला सचिव भोलानाथ महतो ने कहा की आजसू पाटी शहीद निर्मल महतो के अधुरा कार्य को करने के लिए संकलित है । उन्होंने कहा की झारखंड सरकार की वादे के अनुसार पिछड़ों को 27 प्रतिशत आरक्षण की मांग को लेकर समाजिक न्याय मार्च के तहत गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक करने और हस्ताक्षर अभियान चलाया जाएगा । मौके पर जगदीश महतो,गोपेश,तुलसी, उपेन चन्द्र महतो भगत सिंह मुण्डा आद उपस्थित थे ।
चांडिल बाजार
चांडिल बाजार स्थित होटल स्वर्णरेखा में झामुमो कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो की 34 वां शहादत दिवस मनाया गया। कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो की तस्वीर पर माल्यार्पण कर श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया।इस मौके पर कार्यक्रताओं ने शहीद निर्मल महतो की आत्मा की शांति के लिये दो मिनट का मौन भी रखा। कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो अमर रहे, झामुमो जिंदाबाद आदि के नारे लगाए। झामुमो के वरिष्ठ नेता सुखराम हेम्ब्रम ने कहा कि शहीद निर्मल महतो ने जिस झारखंड की परिकल्पना की थी वह आज भी अधूरा है। उन्होंने शहीद निर्मल महतो के अधूरे सपने को पूरा करने का संकल्प लिया। इस मौके पर झामुमो नेता सुखराम हेम्ब्रम, अधिवक्ता महेंद्र कुमार महतो, विश्वनाथ मंडल, अंगद सिंह बुद्धेश्वर गोप आदि कार्यकर्ता मौजूद थे।
कपाली कमारगोड़ा
कपाली ओपी क्षेत्र के कमारगोड़ा में भी झामुमो कार्यकर्ताओं ने शहीद निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उनको याद किया।चिलगु में आजसू पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी शहीद निर्मल महतो के तस्वीर पर माल्यार्पण कर उनको श्रद्धांजलि दी।
राजनगर-गम्हरिया
राजनगर और गम्हरिया में भी स्व. निर्मल महतो याद किए गए। राजनगर और गम्हरिया में जिला अध्यक्ष शुभेंदु महतो ने स्व. निर्मल महतो की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। आज ही के दिन 1987 को जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित चमरिया गेस्ट हाउस के समीप निर्मल दा को गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इसके बाद झारखंड आंदोलन की दशा और दिशा बदल गई थी। अंततः 15 नवंबर 2000 को झारखंड अलग राज्य की घोषणा हुई और निर्मल दा का सपना साकार हो गया। इस कार्यक्रम में छायाकांत गोराई, गोपाल महतो, रूद्र महतो, बी टी दास, अंगद महतो, देवलाल महतो, मनोरंजन महतो आदि पार्टी के कार्यकर्ता उपस्थित थे।