चाईबासा ।
ट्रेन की मांग को लेकर पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर-आनंदपुर प्रखंड के पंचायत प्रतिनिधियों ने बुधवार को संयुक्त रूप से
चक्रधरपुर रेल मंडल के सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक से मुलाकात की और मांग पत्र सौंपा.
मांग पत्र सौंपने वालों में प्रखंड प्रमुख गुरुवारी देवगम जिला परिषद् सदस्य जयप्रकाश महतो सहित मनोहरपुर और आनंदपुर के अन्य
पंचायत प्रतिनिधि शामिल थे.
पंचायत प्रतिनिधियों ने सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक से उनके कार्यालय में मुलाकात की.
तक़रीबन एक घंटे तक चले इस मुलाकात में पंचायत प्रतिनिधियों ने सीनियर डीसीएम को बताया की कोरोना काल के बाद भी ट्रेनों की
वैसी सुविधा सारंडा और आसपास के ग्रामीणों को नहीं मिल पा रही है, जैसा की पहले मिलती थी.
ट्रेन सुविधा नहीं मिलने से मनोहरपुर, आनंदपुर सहित आसपास के ईलाकों में ग्रामीण बहुत बड़ी परेशानी झेल रहे हैं.
ग्रामीणों ने जिन मांगों को सीनियर डीसीएम के समक्ष रखा है उनमें कोरोना से पहले जैसे ट्रेनों का परिचालन हो रहा था
उसी तरह सभी ट्रेनों का परिचालन बहाल करने, मनोहरपुर में रेल फाटक की जगह अंडरपास या रेल ओवर ब्रिज निर्माण करने, टाटा
इतवारी एक्सप्रेस के परिचालन के समय सारणी में बदलाव करने, राउरकेला-चक्रधरपुर पैसेंजर ट्रेन को राउरकेला टाटानगर के बीच
परिचालन करने, अहमदाबाद और गीतांजलि ट्रेन का मनोहरपुर में ठहराव देने, नए फूट ओवर ब्रिज में दिव्यांग के चढने उतरने की
व्यवस्था करने, मनोहरपुर के एक नंबर प्लेटफार्म का विस्तार करने सहित कई सारी मांगें शामिल हैं.
घंटों चली वार्ता के बाद सीनियर डीसीएम मनीष कुमार पाठक ने पंचायत प्रतिनिधियों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगें रेलवे के वरीय
पदाधिकारियों तक भेजी जाएगी और 15 दिन में ट्रेन की समस्या को दूर करने का उनका पूरा प्रयास रहेगा.
इधर पंचायत प्रतिनिधि भी सीनियर डीसीएम के आश्वासन के बाद आश्वस्त दिखे. पंचायत प्रतिनिधियों ने कहा है की वे 15 दिन तक रेलवे
के फैसले का इंतजार करेंगे.
इस दौरान रेलवे ने कोई सकारात्मक फैसला उनकी समस्या को दूर करने के लिए नहीं लिया तो आन्दोलन और रेल चक्का जाम का रुख
अख्तियार किया जायेगा.
मांग पत्र सौंपने वालों में सुनील दास, सुदर्शन नायक,तारा सोय, मुकुट बारजो, मुखिया अशोक बहहदा, अलबिना कंडुलना, सुशील सवैया, भीम सांडिल, यथरथ महतो, महेन्द्र जामुदा आदि शामिल थे.