घटना के समय घटनास्थल आगरा जिले में पड़ता था, लेकिन अब वह फिरोजाबाद में बदल गया है. 50 सालों तक चली सुनवाई के बाद अंततः महेंद्र सिंह को कोर्ट की ओर से दोषी करार देने के साथ-साथ सजा भी सुना दी गई है. अब 80 साल की उम्र में महेंद्र सिंह को उम्रकैद की सजा सुनायी गई है. जुर्माने की रकम नहीं देने पर सजा की अवधि और एक साल के लिए बढ़ जाएगी. कोर्ट के इस फैसले के बाद चारो तरफ इसी बात की चर्चा हो रही है कि आखिर कोर्ट को फैसला सुनाने में 50 साल कैसे लग गए. इसमें पुलिस की ओर से कहां कमी रह गई थी.
UP NEWS : कोर्ट न्याय देने में कितना समय लेती है इसका जीता-जागता उदाहरण शुक्रवार को यूपी के फिरोजाबाद जिले में देखने को मिला है. एक युवक ने 50 साल पहले मर्डर किया था, लेकिन कोर्ट से उसे 50 सालों के बाद उम्रकैद की सजा सुनायी गई है. अब आरोपी की उम्र 80 साल की हो गई है. इसके अलावा कोर्ट की ओर से 20 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है.
हत्या की घटना 14 सितंबर 1974 को घटी थी. घटना के संबंध में मीरा देवी ने थाने में मामला दर्ज कराया था. मामले में कहा गया था कि उसके पति की हत्या महेंद्र सिंह ने गोली मार कर दी है.