जमशेदपुर : टाटा कंपनी के भीतर प्रोडक्शन प्लांट में कार्यरत स्वाधीन दास का शव ड्यूटी के दौरान फंदे पर लटका मिलने पर उसके पिता दुर्गाचरण दास ने ठेका कंपनी के मैनेजर राहुल पर हत्या करने का आरोप लगाया है. दुर्गा का कहना है कि बेटा 10-11 सालों से कंपनी में काम कर रहा था, लेकिन उसे टार्चर भी खूब किया जा रहा था. हो सकता है बेटे की हत्या कर शव को फंदे पर लटका दिया गया हो.
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घटनास्थल पर नहीं जाने दिया
दुर्गाचरण दास ने आरोप लगाया कि उन्हें घटनास्थल पर नहीं जाने दिया गया. अगर उसने आत्महत्या ही की है तब घटनास्थल पर जाने से उन्हें क्यों रोका गया. इसका मतलब है कि बेटे के साथ कंपनी के भीतर कुछ गलत किया गया है.
मैनेजर तीन दिनों से कर रहा था टार्चर
स्वाधीन के पिता ने बताया कि नालको ठेका कंपनी का मैनेजर पिछले तीन दिनों से बेटे को टार्चर कर रहा था. शुक्रवार 28 अप्रैल को जब बेटा ड्यूटी पर गया था जब उसे नाइट शिफ्ट की ड्यूटी भी करने के लिये दबाव बनाया जा रहा था. नाइट शिफ्ट करने के बाद दूसरे दिन शनिवार को कहा गया कि ए शिफ्ट की ड्यूटी कर लो. फिर कहा बी शिफ्ट की भी ड्यूटी कर लो. उसे शनिवार की शाम 6 बजे तक कंपनी परिसर में रोककर रखा गया था. रविवार को राहुल ने सुबह 11.35 फोन किया था और ऑफिस बुलाया. तब स्वाधीन ने कहा था कि उसकी आज छुट्टी है काम पर नहीं जायेगा.
मजबूरन गया था ड्यूटी पर
रविवार को स्वाधीन मजबूरन ड्यूटी पर गया था. इसके बाद रात के 10 बजे दुर्गाचरण दास ने बेटे से वीडियो कॉलिंग पर बात की थी. रात 10 बजे कहा गया कि गोविंदा काम पर नहीं आया है उसके बदले में भी काम कर लो. कहकर उसे नाइट शिफ्ट की ड्यूटी पर दबाव देकर रख लिया गया. सोमवार की सुबह परसुडीह के एक युवक ने मंझला बेटा को फोन कर बताया कि स्वाधीन ने फांसी लगा लिया है.
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