नई दिल्ली।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 दिसंबर, 2022 को पश्चिम बंगाल का दौरा करेंगे। प्रधानमंत्री लगभग 11.15 बजे सुबह हावड़ा रेलवे स्टेशन पहुंचेंगे, जहां वे हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी से जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। वे कोलकाता में मेट्रो की जोका-तारातला पर्पल लाइन की आधारशिला रखेंगे और विभिन्न रेल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। बारह बजे दोपहर में प्रधानमंत्री आईएनएस नेताजी सुभाष पहुंचकर नेताजी सुभाष की प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। वे डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एंड सेनीटेशन का उद्घाटन करेंगे। प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत पश्चिम बंगाल के लिये अनेक सीवर अवसंरचना परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण करेंगे। वे लगभग 12.25 बजे अपराह्न राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे।
प्रधानमंत्री आईएनएस नेताजी सुभाष में
देश में सहकारी संघवाद को बढ़ावा देने की एक और पहल के क्रम में प्रधानमंत्री कोलकाता में 30 दिसंबर, 2022 को राष्ट्रीय गंगा परिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करेंगे। बैठक में केंद्रीय जल शक्ति मंत्री, परिषद के सदस्य केंद्रीय मंत्रीगण तथा उत्तराखंड़, उत्तरप्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री सम्मिलित होंगे। राष्ट्रीय गंगा परिषद को गंगा और उसकी सहायक नदियों में प्रदूषण की रोकथाम तथा उनकी अविरलता का दायित्व दिया गया है।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत विकसित सात सीवर अवसंरचना परियोजनाओं (20 सीवर उपचार संयंत्रों और 612 किलोमीटर के सीवर नेटवर्क) का उद्घाटन करेंगे। इनकी लागत 990 करोड़ रुपये से अधिक की है। इन परियोजनाओं से नबादीप, कछारपाड़ा, हलिशर, बज-बज, बैरकपोर, चंदन नगर, बांसबेरिया, उतरापाड़ा काटरुंग, बैद्याबाती, भद्रेश्वर, नैहाटी, गारूलिया, तीतागढ़ और पानीहाटी के नगर निगमों को लाभ होगा। ये परियोजनायें पश्चिम बंगाल में 200 एमएल़डी की सीवर उपचार क्षमता बढ़ा देंगी।
प्रधानमंत्री राष्ट्रीय स्वच्छ गंगा मिशन के तहत विकसित होने वाली पांच सीवर अवसंरचना परियोजनाओं (आठ सीवर उपचार संयंत्रों और 80 किलोमीटर सीवर नेटवर्क) की आधारशिला भी रखेंगे। इनकी लागत 1585 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं से पश्चिम बंगाल में 190 एमएलडी की नई सीवर उपचार क्षमता जुड़ जायेगी। इन परियोजनाओं से उत्तर बैरकपोर, हुगली-चिनसुरा, कोलकाता केएमसी क्षेत्र – गार्डन रीच व आदि गंगा (टॉली नाला) और महेसताला टाउन को लाभ मिलेगा।
प्रधानमंत्री डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी – नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वॉटर एंड सेनीटेशन का उद्घाटन करेंगे, जिसे अनुमानतः लगभग 100 करोड़ रुपये की लागत से जोका, डायमंड हार्बर रोड, कोलकाता में विकसित किया गया है। यह संस्थान देश में जल, सफाई और स्वच्छता (वॉश) पर प्रमुख निकाय के रूप में कार्य करेगा। यह केंद्र, राज्य और स्थानीय निकायों के लिये सूचना व जानकारी का केंद्र-स्थल बनेगा।
प्रधानमंत्री हावड़ा रेलवे स्टेशन पर
प्रधानमंत्री हावड़ा रेलवे स्टेशन से हावड़ा को न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को झंडी दिखाकर रवाना करेंगे। यह अत्याधुनिक सेमी हाई स्पीड गाड़ी उत्कृष्ट यात्री सुविधाओं से लैस है। गाड़ी दोनों दिशाओं में आते-जाते समय मालदा टाउन, बारसोई और किशनगंज स्टेशनों पर रुकेगी।
प्रधानमंत्री जोका-एसप्लेनेड मेट्रो परियोजना (पर्पल लाइन) की जोका-तारातला लाइन का उद्घाटन करेंगे। इस लाइन में छह स्टेशन हैं – जोका, ठाकुरपुकुर, सखर बाजार, बेहला चौरस्ता, बेहला बाजार और तारातला। इसकी निर्माण लागत 2475 करोड़ रुपये से अधिक है। कोलकाता सिटी के दक्षिणी इलाकों, जैसे सरसुना, डाकघर, मुचीपाड़ा और दक्षिण 24 परगना के यात्रियों को इस परियोजना के चालू हो जाने से बहुत लाभ होगा।
अपने कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री चार रेल परियोजनाओं का लोकार्पण करेंगे। इनमें 495 करोड़ रुपये लागत से विकसित बोनची-शक्तिगढ़ तीसरी लाइन; 565 करोड़ रुपये की लागत से विकसित डानकुनी-चंदनपुर चौथी लाइन परियोजना; 254 करोड़ रुपये की लागत से विकसित निमितिया-न्यू फरक्का डबल लाइन; 1080 करोड़ रुपये से अधिक लागत से विकसित अमबारी फरक्का-न्यू मायानगरी-गुमानीहाट डब्लिंग परियोजना शामिल है। प्रधानमंत्री 335 करोड़ रुपये से अधिक लागत वाली न्यू जलपाईगुड़ी रेलवे स्टेशन की पुनर्विकास परियोजना की आधारशिला भी रखेंगे।