नेशनल डेस्क।
केंद्रीय बंदरगाह नौवहन और जलमार्ग और आयुष मंत्री सर्बानंदसोनो वालने आजभार तके प्रमुख बंदरगाहों में से एक दीनदयाल पोर्ट अथॉरिटी कांडलापोर्ट में क्षमता बढ़ाने की विभिन्न योजनाओं का अनावरण किया।280 करोड़के इस अनुमानि तनिवेश से दीनदयालपोर्ट अथॉरिटी के कांडला पोर्ट की क्षमता बढ़ाई जाएगी।इस अवसर पर बोलते हुए केंद्रीय मंत्री सर्बानंदसोनो वालने कहाकि प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी के दूरदर्शीने तृत्व में हमारा देश आत्मनिर्भर भारत के अंतिम लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में प्रतिदिन आगे बढ़ रहा है।इस संबंध में समुद्री व्यापार की भूमिका सर्वोपरि है। हम भारत के विकास को शक्ति देने के लिए नीली अर्थव्यवस्था के अवसरों का लाभ उठाने के लिए अपने बंदर गाहों की क्षमता बढ़ा रहे हैं ।जैसा कि मोदी जी ने परिवहन के पर्यावरण के अनुकूल, कि फायती और सुविधाजनक साधनों के विकास पर जोर दिया है, अंतर्राष्ट्रीय व्यापार रवाणिज्य में एक प्रमुख खिलाड़ी बनने के लिए भारत के परिवर्तन में समुद्री परिवहन की भूमिका महत्वपूर्ण है।कांडला पोर्ट की क्षमता बढ़ाने की इन प्रमुख योजनाओं की घोषणा करते हुए मुझे बहुत खुशी हो रही है।यह इस अमृतकाल में आत्मनिर्भर बनने के कई मील के पत्थर में से कको साकार करने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय करेगा।केंद्रीय मंत्री ने जूना कांडला में 73.92करोड़ रुपये की लागत से बने ऑयल जेटी नंब 7 का उद्घाटन किया। 2 एमएमटी पीए कीक्षमता के साथ, यह जेटी भविष्य की जरूरतों को पूरा करने में मदद करेगी, जिसका मुख्य उद्देश्य खाद्यते लकी लिक्विड हैं डलिंग क्षमता को बढ़ाना है।कार्गोहैंड लिंग क्षमता में वृद्धि करके, यह जहाजों के बर्थिंग से पहले अवरोधन समय और अन्य संबंधित प्रतीक्षा समय को भी कम करेगा। आगे जोड़ते हुए, श्रीसर्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इकोनॉमी की क्षमता के कई महत्वपूर्ण लाभ हैं, जिनमें से सबसे अच्छा पर्यावरण के अनुकूल आर्थिक विकास के लिए समुद्री संसाधनों का उचित और प्राकृतिक उपयोग है।पर्यटन से लेकर ऊर्जा से लेकरब्लूबायोटेक से लेकर मत्स्यपालन याजलीय कृषि तक विभिन्नक्षेत्रों के साथ, नीली अर्थव्यवस्थामें आर्थिक विकास की संभावना विशेष रूप से दिल चस्प है।हम मानते हैं दूरदर्शी प्रधानमंत्री नरेंद्रमोदी ब्लूइको नॉमी द्वारा निर्धारित उद्देश्य भारत विकास के प्रमुख कारकों में से कहैं।