रांची : आर्यभट्ट सभागार में आज 15वां राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह का आयोजन किया गया. समारोह में बतौर मुख्य अतिथि राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार उपस्थित थे. मौके पर राज्य निर्वाचन आयुक्त डीके तिवारी, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव नितिन मदन कुलकर्णी, राज्य की अपर मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी डॉक्टर नेहा अरोड़ा, दक्षिणी छोटा नागपुर प्रमंडल के आयुक्त अंजनी कुमार मिश्र और रांची विश्वविद्यालय के कुलपति अजीत कुमार सिंहा समेत कई गणमान्य लोग मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ और दिव्यांग मतदाताओं को राज्यपाल की ओर से सम्मानित किया गया.
नए मतदाताओं को वोटर कार्ड
इसके अलावा नए मतदाताओं को वोटर कार्ड दिया गया. राष्ट्रीय मतदाता दिवस समारोह में राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने उन पुलिस पदाधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों को भी सम्मानित किया जिन्होंने वर्ष 2024 के लोकसभा और विधानसभा चुनाव में अपनी उत्कृष्ट भूमिका को निभायी. बाद में समारोह का संबोधित करते हुए राज्यपाल संतोष कुमार गंगवार ने कहा कि आज से 75 वर्ष पूर्व 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग की स्थापना हुई थी. वर्ष 2011 से इस दिन को राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. राज्यपाल ने कहा कि यह दिन मतदाताओं को उनके अधिकार और कर्तव्य के प्रति जागरूक करता है. राष्ट्रीय मतदाता दिवस इस वर्ष वोट जैसा कुछ नहीं वोट जरुर डालेंगे हम. के थीम पर आधारित है. यह स्लोगन काफी प्रेरक है और लोकतंत्र की जड़ों को मजबूत करने वाला है.
अधिकार के साथ पवित्र कर्तव्य का बोध कराता है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी मन की बात में लोकतंत्र और मतदान के संबंध में कई बार जिक्र किया है. इस संबंध में उनके शब्द काफी प्रेरक हैं. मतदान अधिकार के साथ पवित्र कर्तव्य का बोध कराता है. अपने संबोधन के दौरान राज्यपाल ने कहा कि भारत विश्व का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक देश है. राष्ट्रीय मतदाता दिवस लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए संकल्प लेने का दिन है. भारत निर्वाचन आयोग को उत्कृष्ट कार्य के लिए बधाई दी. पत्रकारों से बातचीत में ईवीएम से जुड़े सवाल पर भी राज्यपाल ने अपनी राय रखी. उन्होंने कहा कि लगभग 40 वर्षों तक वे राजनीति में सक्रिय भूमिका में रहे हैं. इस दौरान उन्होंने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन से पहले और बात की प्रक्रिया को काफी करीब से देखा है. कुछ राजनीतिक दलों की ओर इशारा करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अपनी असफलता को छिपाने के लिए ईवीएम का जिक्र किया जाता है. राज्यपाल ने कहा कि उनका मानना है कि भारतीय निर्वाचन प्रक्रिया की दुनिया के दूसरे देश भी मानती है.