चाईबासा।
चक्रधरपुर रेल मंडल के लोटापहाड़ स्टेशन के पास किसी भी दिन बड़ा रेल हादसा हो सकता है. यह गंभीर बातें भाजपा नेता सह जेडआरयूसीसी के पूर्व सदस्य संजय मिश्रा और चक्रधरपुर के पूर्व विधायक शशिभूषण सामड ने कही है. संजय मिश्रा, शशिभूषण सामड और भाजपा एसटी मोर्चा की जिला उपाध्यक्ष रानी बांदिया चक्रधरपुर के मोदी भवन में प्रेस को संबोधित कर रहे थे.
दरअसल चक्रधरपुर और लोटापहाड़ स्टेशन के बीच रेलवे के द्वारा अंडरपास का निर्माण कराया जा रहा है. लेकिन इसके निर्माण कार्य में जिस तरह से रेलवे लापरवाही बरत रही है और रेल यात्रियों की जान से खिलवाड़ करने का काम कर रही है वह समझ से परे है. अंडरपास निर्माण के लिए एनएचएस लॉन्चिंग का कार्य किया जाना है. जिसको लेकर रेल पटरी के दोनों क्षोर पर रेलवे के द्वारा गहरी खुदाई कर दी गयी है. इस खुदाई से तक़रीबन 20 फीट से ज्यादा गहरी खाई पटरी के दोनों तरफ बन गयी है. जिसके कारण पटरी का धरातल कमजोर हो चूका है.
सुरक्षा कारणों से ट्रेनें धीमी गति से इस स्थान पर पार की जा रही है. खुदाई हुए 15 दिन से ज्यादा का वक्त गुजर चुका है. लेकिन एनएचएस लॉन्चिंग के कार्य को पूरा नहीं किया जा रहा है. दोनों नेताओं ने आशंका जाहिर की है की हालात ऐसे ही बने रहे तो किसी भी दिन कमजोर धरातल पर रेल पटरी धंस सकती है और चलती ट्रेन पलट सकती है. जिसमें जान माल का भारी नुकसान हो सकता है. संजय मिश्रा ने बताया है की उनके द्वारा इसको लेकर दक्षिण पूर्व रेलवे मुख्यालय से लेकर रेलवे बोर्ड के पदाधिकारियों से जानकारी ली गयी.
यानी की रेलवे ने मालढुलाई से राजस्व कमाने के चक्कर में यात्रियों की जान जोखिम में डाल रखी है. दोनों नेताओं ने रेलवे से सवाल किया है की अगर किसी दिन रेल हादसा होता है तो उसकी जिम्मेदारी किसकी होगी. दोनों नेताओं ने जल्द से जल्द एनएचएस लॉन्चिंग कार्य पूरा कर रेल पटरी को सुरक्षित करने की मांग की है.
बता दें की एनएचएस लॉन्चिंग कार्य को लेकर रेलवे ने दो बार ट्रैफिक कम पॉवर ब्लॉक लेने की घोषणा की थी. पहली बार 17 फरवरी को और दूसरी बार 24 फरवरी को. जिसको लेकर सारी तैयारी कर ली गयी थी. इसके बावजूद दोनों बार रेलवे ने अपरिहार्य कारणों से एनएचएस लॉन्चिंग कार्य स्थगित कर दिया. अब ट्रेन हादसे को आमंत्रण देता हुआ एनएचएस लॉन्चिंग कार्यस्थल नजर आ रहा है. जिसको लेकर स्थानीय ग्रामीण, पंचायत प्रतिनिधि, भाजपा के नेता, जेडआरयूसीसी के पूर्व सदस्य आदि चिंतित