जमशेदपुर।
यदि आप शीतकालीन अवकाश या फिर नए साल का जश्न मनाने की योजना बना रहे हैं तो सरायकेला- खरसावा जिला के गम्हरिया स्थित गजिया बराज जा सकते हैं। दो नदियों के समागम में बना गजिया बराज में नदी का स्वच्छ बहता पानी ने केवल आकर्षित कर रहा है, बल्कि यहां आने के बाद मन यह चाहता है कि प्रकृति की गोद में कुछ घंटे और बिताएं। अब गाजिया बराज की अलग पहचान बनने लगी है। स्थानीय पर्यटकों से गुलजार रहने वाला यह गजिया बराज धीरे-धीरे दूसरे जिले के पर्यटकों के बीच जगह बनाने लगा है। यही वजह है कि शनिवार व रविवार को यहां पर्यटकों की अच्छी भीड़ रहती है।
दो नदियों का समागम है गजिया बराज
संजय नदी और खऱखाई नदी के समागन स्थल पर गजिया बराज का निर्माण किया गया है। गजिया बराज स्वर्णरेखा परियोजना के महत्वपूर्ण योजना हैं। इस बराज बनाने का उद्देश्य आस –पास की गांवों में पाईप लाइन के माध्यम से सिचाई के लिए पानी उपलब्ध कराना। इसके अलावे पाईप के माध्यम से सीतारामपूर डैंप में पानी का संग्रह करना हैं। ताकि गर्मी के दिनों में पानी की कमी न हो और आदित्यपुर जैसे इलाकों में पानी उपलब्ध हो सके। यही नहीं ओडिशा के ब्यांगविल डैम से छोड़ा जाने वाला पानी खरकई नदी के माध्यम से सीधे चाईबासा, सरायकेला और जमशेदपुर के शहरी व ग्रामीण इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा करता है। इस डैम बनने से इस पर रोक लगेगी।
टापू का भी हो रहा हैं निर्माण
इस योजना के तहत एक टापू का बनाया जा रहा हैं। ताकि पर्यटन के क्षेत्र में इसका उपयोग हो सके है। टापू बन जाने से लोग यहां पर आकर पिकनिक मना सकते हैं।
कैसे जाए गाजिया बराज
जमशेदपुर शहर से करीब 10-12 किलोमीटर दुर गाजिया बराज है। यहां जाने के लिए आपको अपनी निजी वाहन या गाड़ी को रिजर्व करा कर जाना होगा। जमशेदपुर से आदित्यपुर औधोगिक क्षेत्र होते हुए सीतारामपूर डैम पहुंचाना होगा। डैम के बगल से एक पक्की सड़क हैं। जो सरायकेला की ओर जाती है। उस सड़क पर कुछ दुर चलने के बाद एक चौक आएगा । वहां से सरायकेला न जाकर राजनगर वाली सड़क सीधे गजिया बराज तक जाएगी।
गजिया बराज के दोनों ओर मनाया जाता है पिकनिक
गजिया बराज के दोनों ओर पिकनीक मनाया जाता है। नदी में उतरकर आप कहीं भी साफ सुथरा स्थान को देखकर वहां बैठकर पिकनिक का आनंद ले सकते है। नदी का पानी इतना स्वच्छ रहता है कि पानी के अंदर कण को भी असानी से देखा जा सकते है।