पूर्वी सिंहभूम : झारखंड से ओडिशा को जोड़ने वाली नेशनल हाईवे 220 पिछले 10 सालों से नवनिर्माण को लेकर पूरी तरह से बदहाल हो गई है. यह सड़क पालीडीह से हेंसड़ा तक 3 किलोमीटर पूरी तरह से तालाब में तब्दील हो गई है. लोकसभा चुनाव 2024 में बदहाल सड़क को लेकर स्थानीय लोगों की ओर से विरोध-प्रदर्शन भी किया गया था. जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने इसके लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया था.
स्थानीय सुधांशु सरदार का कहना है कि राज्य सरकार हो या केंद्र सरकार ग्रामीणों को इससे कोई मतलब नहीं है. सड़क बननी चाहिए. इस सड़क से होकर मरीज ओडिशा अपना इलाज कराने के लिए जाते हैं. आए दिन दुर्घटनाएं भी घटती रहती है.
कई लोग समा चुके हैं काल के गाल में
सड़क अबतक कई लोगों की जान ले चुका है. बावजूद सड़क का निर्माण नहीं हो पाया है. पहली बारिश में ही सड़क पर जल-जमाव होने से तालाब सा नजर आ रहा है.
बदहाल सड़क पर यात्रा मजबूरी
बदहाल सड़क पर यात्रा करना यात्री के लिए मजबूरी बन गई है. जान जोखिम में डालकर लोग यात्रा करने को मजबूर हो रहे हैं. ग्रामीणों ने मांग की ओर से बारिश के पहले ही सड़क को दुरूस्त कर देना चाहिए. अन्यथा आगे चलकर और ज्यादा परेशानी हो सकती है. सड़क की बदहाली के कारण लोग खासा नाराज हैं.