मुंबई : फिल्म लगान और देवदास जैसी फिल्म में आर्ट डायरेक्टर के रूप में अपनी पहचान बनानेवाले नितिन देसाई ने एक फाइनांस कंपनी से 180 करोड़ रुपये कर्ज ले रखा था. कर्ज चुका पाने में वे पूरी तरह से असमर्थ थे. ऐसे में उनके पास और कोई दूसरा चारा नहीं था. इस कारण से ही उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.
स्टूडियो में काम करनेवाले लोगों को वेतन देना भी था मुश्किल
नितिन देसाई की ओर से आत्महत्या कर लिये जाने के बाद FWICE के अध्यक्ष बीएन तिवारी ने बताया कि आखिरी बार उनसे 3 माह पूर्व ही बात हुई थी. तब उन्होंने कर्ज में डूबे होने की पूरी कहानी बतायी थी. उनके स्टूडियो में 150 से भी ज्यादा लोग काम करते थे. इन दिनों वे स्टूडियो में काम करनेवाले लोगों को समय पर वेतन भी दे पाने में सक्षम नहीं हो रहे थे.
ड्रीम प्रोजेक्ट था एनडी स्टूडियो
नितिन देसाई ने अपनी एनडी स्टूडियो बनायी थी. यह उनका ड्रीम प्रोजेक्ट था. इसमें उन्होंने करोड़ों रुपये खर्च किये थे. इन दिनों उन्हें रिटर्न नहीं मिल पा रही थी. वर्तमान की बात करें तो सिर्फ सलमान खान की फिल्मों की ही शूटिंग हो रही थी. यहां पर 15 अलग-अलग सेट बने हुए थे. कई प्रोडक्शन हाउस के लोग स्टूडियो में नहीं जाना चाहते थे. कहा था कि फाइनांसर मिलना जरूरी है नहीं तो कर्ज का बोझ बढ़ता ही जाएगा.
फांसी लगाने के लिये स्टूडियो को ही चुना
अंततः नितिन देसाई ने फांसी लगाने के लिए अपनी स्टूडियो को ही चुना. उनके चाहनेवालों का कहना है कि कर्ज भी उनका चुकता हो सकता था. उन्हें इतनी जल्दबाजी नहीं करनी चाहिए थी. समय के हिसाब से सबकुछ ठीक हो सकता है, लेकिन अब तो सबकुछ खत्म हो गया.