जमशेदपुर
उपायुक्त विजया जाधव के आदेश के बावजूद मानगो पोस्टऑफिस रोड स्थित अभिनव मैटरनिटी सेंटर के खिलाफ जांच या कार्रवाई
नहीं हुई है.
मानगो बैकुंठनगर के जितलेश कुमार ने यह आरोप लगाया है.
उन्होंने कहा कि सिविल सर्जन डॉ. साहिर पाल अभिनव मैटरनिटी सेंटर संचालक डॉक्टर को बचा रहे हैं. हालांकि सिविल सर्जन ने किसी तरह की जांच का आदेश होने से इनकार किया है.
दूसरी ओर, अभिनव मैटरनिटी सेंटर के डॉ. सुनील कुमार ने कहा कि मरीज के परिजन का आरोप गलत है.
जांच में लापरवाही नहीं की गई, बल्कि मरीज को तत्काल किसी सेंटर में अल्ट्रासाउंड कराने का सुझाव दिया गया था,
क्योंकि सेंटर की मशीन से प्रिंट नहीं निकल रहा था.
इससे दूसरे सेंटर में भेजा गया था. इधर, जितलेश कुमार का आरोप है कि 11 सितंबर की शाम 5 बजे पेट दर्द के कारण गर्भवती पत्नी
को लेकर इलाज के लिए अभिनव मैटरनिटी सेंटर गया था,
जांच एवं इलाज नहीं होने पर रात 9 बजे टाटा मुख्य अस्पताल लेकर गए तो डॉक्टरों ने कहा कि गर्भ में बच्चे की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया पहले नर्स ने रोका था फिर डॉ. शिल्पी रानी के इंतजार में बैठना पड़ा था. बच्चे की मौत के बाद उन्होंने उपायुक्त से शिकायत की तो जांच का आदेश हुआ था, लेकिन अबतक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. डॉ. सुनील ने कहा कि अस्पताल में सभी सुविधा है. इससे जांच से दिक्कत नहीं है, लेकिन गलत आरोप से मर्माहत हैं. वहीं, जितलेश कुमार द्वारा आरटीआई से जांच की प्रगति मांगने पर पता चला कि उपायुक्त ने दो महीने पूर्व ही सिविल सर्जन को जांच का आदेश दिया था.