जमशेदपुर : जिले के डीसी अनन्य मित्तल के निर्देशानुसार सभी 11 प्रखंडों के लिए नामित नोडल पदाधिकारियों की ओर से आज सभी प्रखंडों के आवासीय विद्यालयों का निरीक्षण किया गया. निरीक्षण के दौरान आवासीय विद्यालयों की सभी तरह की गतिविधियों पर ध्यान केंद्रीत करने का काम नोडल अधिकारियों की ओर से किया गया.
इन बिंदुओं पर दिया गया ध्यान
निरीक्षण के क्रम में छात्रावास की भौतिक स्थिति/संरचना, छात्रावास की क्षमता, निवासरत छात्र-छात्राओं की संख्या, रंग रोगन है या नहीं, सफाई व्यवस्था, कमरे और बिस्तर की स्थिति, पीने के पानी का स्रोत, शौचालय की स्थिति, बिजली की उपलब्धता, सोलर बिजली की उपलब्धता, नियमित स्वास्थ्य जांच, खेल कूद की सुविधाएं, चौकीदार/सुरक्षा गार्ड की उपस्थिति, अध्ययन के लिए अलग कमरा उपलब्ध है नहीं, स्वास्थ्य जांच की अंतिम तिथि, शिकायत रजिस्टर, मेनू के अनुसार भोजन दिया जाता है या नहीं आदि बिन्दुओ पर जांच की गई.
ये नोडल अधिकारी थे शामिल
इस क्रम में परियोजना निदेशक आईटीडीए दीपांकर चौधरी ने घाटशिला, निदेशक एनईपी संतोष गर्ग ने गुड़ाबांदा, एडीसी भगीरथ प्रसाद ने पटमदा, कार्यपालक दण्डाधिकारी चंद्रजीत सिंह ने जमशेदपुर सदर, कार्यपालक दण्डाधिकारी सुदीप्त राज ने मुसाबनी, जिला कल्याण पदाधिकारी शंकराचार्य समद ने मुसाबनी, एलआरडीसी घाटशिला निखिल सुरीन ने बहरागोड़ा, जिला आपूर्ति पदाधिकारी सलमान जफर खिजरी ने डुमरिया, एलआरडीसी धालभूम गौतम कुमार ने पोटका, जिला परिवहन पदाधिकारी ने जुगसलाई नगर परिषद, जिला पंचायत राज पदाधिकारी ने जेएनएसी में आवासीय विद्यालयों की जांच की.
बेहतर सुविधा देने की कोशिश
डीसी ने क्षेत्र भ्रमण को लेकर कहा कि आवासीय विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं, पठन-पाठन की स्थिति, भवन की स्थिति आदि विभिन्न बिंदुओं पर जांच को लेकर नोडल पदाधिकारियों ने निरीक्षण किया. सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा व छात्रावासों में बेहतर सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास है. इस दिशा में संवेदनशील प्रयास जिला प्रशासन द्वारा किए जा रहे हैं. सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने के साथ-साथ छात्र-छात्राओं को बेहतर वातावरण उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है.