भुवनेश्वर : यंग एस्ट्रोनॉमर टैलेंट सर्च (YATS) 2023 के 17 वें संस्करण के शीर्ष 5 विजेताओं को गुरूवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भुवनेश्वर, ओडिशा के पठानी सामंत तारामंडल (पीएसपी) में सम्मानित किया. ओडिशा सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के तहत संचालित पीएसपी के सहयोग से टाटा स्टील द्वारा आयोजित, याट्स के इस संस्करण में राज्य के 30 जिलों के 80,000 से अधिक छात्रों ने भाग लिया.
इस पुरस्कार समारोह में राज्य के विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सार्वजनिक उद्यम व सामाजिक सुरक्षा मंत्री अशोक चंद्र पांडा और दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारिता, ओडिशा सरकार, श्रीमती चित्रा अरुमुगम, आईएएस, प्रधान सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, डॉ येद्दुला विजय, आईएएस, संयुक्त सचिव, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग, ओडिशा सरकार और चाणक्य चौधरी, वाईस प्रेसिडेंट, कॉर्पोरेट सर्विसेज, टाटा स्टील उपस्थित थे.
सभा को संबोधित करते हुए, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने कहा कि वह उन सभी छात्रों को बधाई देते हैं, जिन्होंने यंग एस्ट्रोनॉमर टैलेंट सर्च के हिस्से के रूप में आयोजित गतिविधियों में भाग लिया. फाइनल के लिए चुने गए जिला टॉपर्स और शीर्ष 20 विजेताओं उन्होंने बधाई दी. साथ ही, खुशी जतायी कि राज्य के 30 जिलों से 80 हजार से अधिक छात्र इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं. इस अनूठे कार्यक्रम को साल दर साल सफलतापूर्वक आयोजित करने के लिए टाटा स्टील और पठानी सामंत तारामंडल को उन्होंने ढ़ेर सारी बधाई दी. साथ ही, इस कार्यक्रम को इसके भविष्य के संस्करणों के लिए शुभकामनाएं दिया. (नीचे भी पढ़ें)
मौके पर टाटा स्टील के कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने कहा कि याट्स के प्रत्येक संस्करण में प्रतिभागियों की बढ़ती संख्या, विशेष रूप से ओडिशा के युवाओं के बीच इसके महत्व और सफलता का एक शानदार प्रमाण है. याट्स का 2023 संस्करण भारत के अब तक के सबसे सफल अंतरिक्ष मिशन-चंद्रयान-3 के ठीक बाद आ रहा है, जिसने हमारे युवा वैज्ञानिकों के बीच बहुत अधिक उत्साह बढ़ाया है. यह देखना भी बहुत उत्साहजनक है कि इतने सारे युवा प्रतिभा खगोल विज्ञान और अंतरिक्ष मिशनों और प्रौद्योगिकियों के अज्ञात क्षेत्रों पर अपना ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जो भारत के भविष्य के लिए अमूल्य साबित होंगे. उन्होंने याट्स-2023 के विजेताओं और इसे इतनी बड़ी सफलता दिलाने वाले प्रत्येक प्रतिभागी को बधाई देते उनकी उपलब्धियों पर खुशी जताई.
प्रतियोगिता में कक्षा 6 से 8 तक के छात्रों के लिए स्कूलों में शारीरिक रूप से आयोजित एक खुली प्रश्नोत्तरी और कक्षा 9 और 10 के छात्रों के लिए स्कूलों में और ऑनलाइन आयोजित बहुविकल्पीय प्रश्नों का मूल्यांकन शामिल था. शीर्ष 5 सहित कुल 20 विजेताओं को उनके शिक्षकों के साथ जून 2024 के आसपास भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन की सुविधाओं में से एक के एक्सपोजर विजिट पर ले जाया जाएगा, जहां उन्हें देश के शीर्ष अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के साथ बातचीत करने का अवसर मिलेगा.
17 साल पहले इसकी स्थापना के बाद से आज तक, ओडिशा में 3,50,000 से अधिक युवा विज्ञान उत्साही लोगों ने याट्स में सक्रिय रूप से भाग लिया है, जो कार्यक्रम के स्थायी प्रभाव को उजागर करता है. विशेष रूप से, 180 छात्रों को भारत में इसरो की विभिन्न सुविधाओं का दौरा करने का सौभाग्य मिला है.