सरायकेला : नगर पंचायत के सफाईकर्मियों द्वारा तीन सूत्री मांगों को लेकर शुरू किया गया अनिश्चितकालीन धरना कुछ घंटे में ही माप्त हो गया. विधायक प्रतिनिधि सनत आचार्य और नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शशि भूषण शेखर के हस्तक्षेप से सफाईकर्मियों को मनाने में सफलता मिली. धरनास्थल पर पहुंचे नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी शशि भूषण शेखर ने सफाईकर्मियों को भरोसा दिलाया कि उनकी सभी समस्याओं को प्राथमिकता के आधार पर सुलझाया जाएगा. हम सभी नगर पंचायत के परिवार का हिस्सा हैं.
सफाईकर्मी हमारे समाज के लोग हैं
धरनास्थल पर विधायक प्रतिनिधि सनत आचार्य ने सफाईकर्मियों से कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सफाईकर्मी शहर की स्वच्छता के लिए दिन-रात मेहनत करते हैं. उन्हें अपनी मांगों के लिए सड़क पर बैठना पड़ा. मैंने इस विषय में विधायक और पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को सूचित किया था. उन्होंने निर्देश दिया कि किसी भी परिस्थिति में सफाईकर्मियों की समस्याओं का समाधान किया जाए. सफाईकर्मी हमारे समाज के वे लोग हैं. वे ऐसा काम करते हैं जो हममें से कई लोग नहीं कर सकते. उनके साथ ऐसा व्यवहार अस्वीकार्य है. धरने के दौरान विधायक प्रतिनिधि और कार्यपालक पदाधिकारी ने कर्मचारियों से संवाद स्थापित किया। कर्मचारियों की प्रमुख समस्याओं में समय पर वेतन का भुगतान और झारखंड सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम मजदूरी का पालन शामिल था.
10 दिनों का अल्टीमेटम
सफाईकर्मियों ने 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया है. यदि 10 दिनों में उनकी मांगें नहीं मानी गई तो वे फिर से आगे की रणनीति बनाएंगे. धरना समाप्त होने के बाद नगर पंचायत क्षेत्र की सफाई व्यवस्था सामान्य हो गई. गुदड़ी सब्जी मार्केट और अन्य क्षेत्रों में सफाईकर्मी वापस अपने काम पर लौट आए.