जमशेदपुर : जिले के सरकारी खाद्यान्न गोदामों में हेरा-फेरी करने की सूचना पाकर जिले के डीसी सूरज कुमार ने अलग-अलग टीम बनाकर बुधवार को कई गोदामों में छापेमारी करने का आदेश दिया। इस दौरान छापेमारी भी की गई और बुधवार को कई गोदामों में खाद्यान्न कम पाया गया तो कहीं ज्यादा। इस छापेमारी के बाद पूरे गोदामों के अधिकारियों में हड़कंप मची हुई है।
जमशेदपुर प्रखंड में डीसीसी ने की छापेमारी
जमशेदपुर प्रखंड की बात करें तो डीडीसी परमेश्वर भगत और विधि व्यवस्था डीएसपी के अलावा अन्य की टीम बनायी गई थी। छापेमारी के दौरान 1000 क्विंटल कम चावल मिली। इसके बाद गोदाम को सील कर दिया गया। परमेश्वर भगत ने बताया कि खाद्यान्न के साथ हेरा-फेरी करने के मामले में अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। लाइसेंस भी रद्द किया जा सकता है।
बर्मामाइंस गोदाम में मिले 600 क्विंटल अधिक चावल
बर्मामाइंस के एफसीआई गोदाम में की गई छापेमारी के दौरान 600 क्विंटल अधिक चावल पाया गया। यहां पर डीसीएलआर के नेतृत्व में छापेमारी की गई थी। साथ में सिटी एसपी सुभाषचंद्र जाट भी मौजूद थे।
साकची जेएनएसी में 500 क्विंटल कम मिले चावल
साकची जेएनएसी गोदाम में की गई छापेमारी में 500 क्विंटल कम चावल मिले। इस बीच रजिस्टरों की भी जांच की गई। जांच के दौरान अधिकारियों को लग रहा था कि रजिस्टर कुछ बोल रहा है और वस्तुस्थिति कुछ और है।
एफसीआई गोदाम और सरकारी गोदाम के बीच होती है हेरा-फेरी
छापेमारी के बारे में जिले के डीडीसी परमेश्वर भगत ने कहा कि एफसीआई गोदाम
और सरकारी गोदाम तक खाद्यान्न पहुंचाने के दौरान बीच में ही हेरा-फेरी की जाती है। एस बीच ब्रोकर भी सक्रिय रहते हैं।
पकड़ाने पर बंद रहता है कुछ दिन काम
अगर किसी अधिकारी ने हेरा-फेरी को पकड़ लिया है तो उस काम को कुछ दिनों के लिए एक सुनियोजित तरीके से बंद कर दिया जाता है। उसके बाद फिर से बदस्तुर चालू कर दिया जाता है। इस बात को खुद ़डीडीसी ने स्वीकार किया है।