Ranchi : झारखंड विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सदन शुरू होने से पहले अलग-अलग मुद्दे पर सत्ता पक्ष और विपक्षी दल के विधायकों के द्वारा विरोध प्रदर्शन किया गया. जहां सत्ता पक्ष के विधायक वन संशोधन अधिनियम-2023 को लेकर केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करते दिखे, वहीं झारखंड की विपक्षी पार्टी के द्वारा राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री को प्रवर्तन निदेशालय के लगातार बुलावे पर नहीं जाने को लेकर साथ ही कांग्रेस सांसद धीरज साहू के पास से अकूत संपत्ति की बरामदगी के मामले में जोरदार विरोध प्रदर्शन करते दिखे. झारखंड की विपक्षी पार्टी के द्वारा एक बैनर भी लगाया गया, जिसमें धीरज साहू के काला साम्राज्य स्लोगन के साथ दर्शाया गया. (नीचे भी पढ़ें)
इधर, वन संशोधन अधिनियम-2023 को लेकर केंद्र सरकार के प्रति विरोध कर रहे झारखंड के सत्ताधारी पार्टी के विधायक का कहना है कि हमारी पार्टी और हमारे घटक दल का यह मानना है कि भारत के वन संपदा को पिछले दरवाजे से कॉरपोरेट को सौंपने की तैयारी चल रही है. इस प्रकार का अधिनियम लागू होने से पेशा कानून के उल्लंघन की भी संभावना है.
वहीं, दूसरी ओर ईडी और कैश कांड मामले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे झारखंड कि विपक्षी पार्टी के विधायक का कहना है कि सरकार को कैस बरामदगी और प्रवर्तन निदेशालय के कार्रवाई पर मुखरता से आगे आनी चाहिए, नहीं तो हम विपक्षी पार्टियों का सदन के अंदर और सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा.