RANCHI : झारखंड कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर के खिलाफ विरोधी गुट की मुहिम तेज हो गई है. गुरूवार को राजधानी रांची के मोराबादी मैदान स्थित बापू वाटिका में विरोधी गुट ने धरना दिया. इस दौरान उनके निशाने पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ठाकुर रहे. यहां विरोधी गुट ने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पर संगठन विरोधी कार्य करने और तानाशाही रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए उन पर जमकर निशाना साधा. इस मौके पर विरोधी गुट के नेता आलोक दुबे ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष की तानाशाह कार्यशैली आज कांग्रेस जनों पर भारी पड़ रही है. उनका लिया गया हर फैसला पार्टी के खिलाफ जा रहा है. इससे कांग्रेस कार्यकर्ताओं में भी गहरी नाराजगी है. हालत यह है कि सरकार रहते हुए भी नेता और कार्यकर्ता पार्टी छोड़कर जा रहे हैं. यहां अपने ही मंत्रियों को सार्वजनिक रूप से बदलने की बात कही जा रही है. नन परफॉर्मेंस की बात कही जा रही है. इससे जहां कांग्रेस पार्टी कमजोर हो रही है, वहीं सरकार की स्थिति भी कमजोर हो रही है. विरोधी गुट के नेता ने कहा कि अगर हमारे चार मंत्री भी नन परफॉर्म है, तो इसका मतलब यही है कि हम भाजपा द्वारा लगाए जा रहे आरोपों को ताकत प्रदान कर रहे हैं. इस दौरान विरोधी गुट ने सवाल उठाया कि रामगढ़ चुनाव की समीक्षा क्यों नहीं होनी चाहिए. राहुल गांधी के ऊपर प्रधानमंत्री द्वारा अत्याचार को लेकर जन सत्याग्रह का आगाज किया गया. सत्याग्रह अपने आप में चुनौती का प्रतीक है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष माला पहन रहे है, नारा लगवा रहे हैं. इसलिए आज जरूरत है कांग्रेस को बचाने की. उन्होंने कहा कि 13 मई को कर्नाटक विधानसभा के चुनाव के परिणाम आएंगे. तब राष्ट्रीय अध्यक्ष मलिकार्जुन खरगे के पास जाएंगे. वहां भी धरना देंगे और मांग करेंगे कि इस प्रदेश अध्यक्ष को एक दिन भी बने रहना पार्टी के लिए घातक है.