जमशेदपुर : केंद्र सरकार और राज्य सरकार की ओर से निजी स्कूलों के मामले में स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया है जिसके चलते निजी स्कूल प्रबंधन अभिभावकों पर दबाव बनाकर जबरन फीस वसूली करने को लेकर हर दिन नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। इस साल भी कोरोना महामारी की दूसरी लहर में लोगों का रोजगार नहीं होने के बावजूद निजी स्कूलों द्वारा दबाव बनाया जा रहा है। समय पर ट्यूशन फीस नहीं जमा करने पर स्कूल प्रबंधन द्वारा अभिभावकों पर दबाव बनाया जा रहा है। जबकि आधे घंटे का ऑनलाइन क्लास के बाद स्कूलों में पठन-पाठन बंद है। जमशेदपुर के निजी स्कूलों ने अपने स्कूल फीस में 10 फ़ीसदी का इजाफा कर दिया है। इसको लेकर शिक्षा विभाग ने कई स्कूलों को शो- कॉज जारी किया है। सोनारी के खूंटाडीह आरएमएस स्कूल प्रबंधन द्वारा भी स्कूल फीस में 10 फ़ीसदी का इजाफा किया गया है। इसको लेकर अभिभावकों में आक्रोश देखा गया। मंगलवार को सैकड़ों अभिभावकों ने एकत्रित होकर बैठक के बाद फीस बढ़ाने का निर्णय लिए जाने का आरोप में स्कूल प्रबंधन के खिलाफ शिक्षा विभाग कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने स्कूल प्रबंधन पर आरोप लगाते हुए शिक्षा अधीक्षक से न्याय दिलाने की मांग की। उन्होंने इसे प्रबंधन की मनमानी बताया। इसको लेकर अभिभावकों ने जिला शिक्षा अधीक्षक से मुलाकात कर फीस बढ़ोतरी अविलंब वापस लिए जाने की मांग की। विद्यालय प्रबंधन ने अभिभावकों से इस मामलों पर स्कूल में एक- एक कर आकर अपनी परेशानी बताने का अपील की। हालांकि अभिभावकों का कहना है वे एक-एक कर नहीं बल्कि एक साथ सभी स्कूल प्रबंधन से मुलाकात करेंगे।