सरायकेला :कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में नियुक्त अंशकालीन शिक्षकों ने अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़ी सह कल्याण मंत्री दीपक बिरुआ से मिलकर वेतनमान व समायोजन को लेकर मांगपत्र सौंपा. शिक्षकों ने मंत्री को अपनी पीड़ा सुनाते हुए कहा की कल्याण विभाग द्वारा संचालित आवासीय विद्यालयों में इनकी नियुक्ति वर्ष 2016 में हुई है. उसके बाद नियुक्ति के लगभग 8 वर्ष बीत चुके है लेकिन शिक्षकों को अभी तक प्रति घंटी 200 रुपये के दर से मानदेय मिलता है. वह भी सप्ताह में केवल पांच दिन का ही मिलता है.
सरकारी छुट्टी व ग्रीष्मावकाश का भी मानदेय नहीं मिलता है. शिक्षकों ने बताया आज झारखंड के सभी विभाग के कर्मचारियों को कुछ ना कुछ लाभ मिलता रहा है. चाहे संविदा कर्मी हो या मानदेय कर्मी. लेकिन इन अंशकालीन शिक्षकों को अभी तक कुछ लाभ नहीं मिल पाया है. शिक्षकों की आर्थिक स्थिति दयनीय हो गई है. घर परिवार व बच्चों का लालन पालन भी मुश्किल से हो रहा है.
जल्द निर्णय आएगा
शिक्षकों ने मंत्री से वेतनमान व स्थायीकरण के मुद्दे पर बातचीत करते हुए सकारात्मक पहल करने की मांग की. इसपर मंत्री ने अश्वासन दिया कि आप सभी का शिक्षक हमारे परिवार का हिस्सा है और विभाग द्वारा संचालित विद्यालयों के बच्चों का भविष्य आप शिक्षकों पर है. मंत्री ने कहा अंशकालीन शिक्षकों के मुद्दे पर बहुत जल्द अच्छा निर्णय लिया जाएगा.
मौके पर ये थे शामिल
मौके पर शिक्षक संघ के अध्यक्ष चित्रलेखा हेमब्रम, सुमन हेमब्रम, दीप्ति पूर्ति, उषा हांसदा, सीखा सामल, मीनु मोहंती, अनीता, कुसुम, समीर कुमार सामल, मनोरंजन महतो, अमित कुमार, गोविन्द पत्रों, भोगला हांसदा, बासुदेव लायक व विश्वजीत बारीक आदि शामिल थे.