जमशेदपुर : शहर के बारीडीह चौक पर बिरसा सेना और ग्रामसभा के संयुक्त तत्वावधान में शुक्रवार को पत्थलगड़ी करते हुये चौक का नामकरण कोंका कमार करमाली के नाम पर किया गया था. इसकी जानकारी टाटा स्टील के अधिकारियों तक पहुंचते ही दूसरे दिन शनिवार को पत्थलगड़ी को ही जब्त कर लिया गया. इस बीच टाटा स्टील के लोगों और स्थानीय लोगों के साथ नोंक-झोंक भी हुई.
इस दौरान टाटा स्टील के लोग और जेएनएसी के लोग पहुंचे हुये थे. कार्रवाई करते हुये पत्थलगड़ी को ही उखाड़कर जब्त कर लिया गया. इस बीच भारी विरोध भी किया गया. सूचना पाकर पुलिस पहुंची और किसी तरह से मामले को शांत कराया.
कौन थे कोका कमार करमाली
बिरसा सेना के लोगों का कहना है कि कौका कमार करमाली अंग्रेजों से लोहा लेने वाले शहीद बिरसा मुंडा के प्रमुख सेनापति थे. वे उलगुलान में उपयोग होने वाले अस्त्र-शस्त्र का निर्माण किया करते थे. झारखंड की धरती हमारे महापुरूषों ने सौंपी है. ऐसे में उनका सम्मान करना और उन्हें याद करना सभी का काम है.
टाटा स्टील का हुड़का जाम करने की दी चेतावनी
इधर पत्थलगड़ी की कार्रवाई को देखते हुये बिरसा सेना के लोगों ने कहा कि वे जरूरत पड़ी तो टाटा स्टील का हुड़का जाम करने से भी पीछे नहीं हटेंगे. टाटा स्टील को जमशेदपुर में बसाने में आदिवासियों ने ही सहयोग किया है. आदिवासियों की जमीन पर ही कंपनी बसी हुई है. टाटा स्टील को मनमानी नहीं करने दिया जायगा. इससे आदिवासी व झारखंडी समाज आक्रोशित है. आदिवासी समाज को क्षति पहुंचायी गयी है. किसी भी सूरत पर बर्दाश्त नहीं किया जायगा. इसके लिये जिला प्रशासन और टाटा स्टील के अधिकारी हैं.