जमशेदपुरः कोल्हान के सिखों की धार्मिक बार्डी सेंट्रल गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (सीजीपीसी) के प्रधान गुरमुख सिंह मुखे पर कदमा की एक महिला द्वारा यौन शोषण व अप्रकातिक यौनाचार का आरोप लगाए जाने के बाद जमशेदपुर सिख समाज में खलबली मची हुई है. इसे लेकर विरोधी खेमे ने उसे कठघरे में खड़ा कर दिया है. इस घटना के बाद समाज भी खुद को शर्मिंदा महसूस कर रहा है. घटना के बाद विरोधी खेमे ने साकची स्थित सीजीपीसी के कार्यालय में शनिवार को ही ताला लगा दिया था. रविवार की शाम साकची भाजमो के कार्यालय में मानगो के प्रधान सह सीजीपीसी प्रधान पद के उम्मीदवार भगवान सिंह, झारखंड प्रदेश गुरुद्वारा प्रंबधक कमेटी के प्रधान सरदार शैलेंद्र सिंह, टेल्को गुरुद्वारा के प्रधान गुरमीत सिंह तोते आदि के नेतृत्व में बैठक की गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि 8 नवंबर को पहले श्री गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व मनाया जायेगा. उसके बाद सोमवार को सीएम हेमंत सोरेन से भी मुखे की गिरफ्तारी के लिए मांग की जाएगी. प्रकाश पर्व के बाद तख्त पटना साहेब से घटनाक्रम को पेश किया जाएगा. वहां से दो निर्देश मिलेगा उसके बाद ही अगली कार्रवाई की जाएगा. तोते ने बताया कि सीजीपीसी प्रधान पद के चुनाव पर जो भी निर्णय होगा वह तख्त साहिब से गठित पांच सदस्यीय कमेटी ही अब कार्रवाई करेगी. मुखे ने कहा कि मुखे ने प्रधान पद करतूत से प्रधान पद की गरिमा को ठेस पहुंची है. इससे सिख समाज शर्मिंदा है.