जमशेदपुर : पूजा स्थल पर बने झोपड़ी उजाड़ने, पूजा स्थल को नष्ट करने और सरना झंडा को उखाड़ने के विरोध में आदिवासी सुरक्षा परिषद जमशेदपुर महानगर की ओर से आज टेल्को थाना परिसर में एक दिवसीय धरना दिया गया. घटना 18 जनवरी को घटी थी. धरना के बाद थाना प्रभारी को ज्ञापन सौंपकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने की भी म ग की गई.
प्रदीप गुहा उर्फ छोटका को बनाया गा है आरोपी
मामले में कहा गया है कि 19 जनवरी को आदिवासी कला सांस्कृतिक स्थल सालगाझड़ी में जबरन गुंडा गर्दी करते हुए आदिवासी आस्था को ठेस पहुंचाने वाले प्रदीप गुहा उर्फ छोटका एवं अन्य लोगों पर पुलिस कारवाई करे. अन्यथा शांति भंग हो सकती है. परिषद के केंद्रीय अध्यक्ष रमेश हांसदा ने कहा कि आदिवासी आस्था को ठेस पहुंचाने वाले और असामाजिक तत्व होशियार हो जाएं. समाज जाग चुकी है. अपने समाज को नीचा दिखाने वालों को बर्दाश्त नहीं करेंगे.
शांति चाहता है आदिवासी समाज- राम सिंह मुंडा
धरना में आदिवासी सुरक्षा परिषद जमशेदपुर महानगर के जिला अध्यक्ष राम सिंह मुंडा ने कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से अपना जीवन-यापन करने वाले आदिवासी समाज शांति चाहता है. परंतु कोई लगातार उकसाने का काम करे तो हमें क्रांति करने में भी देर नहीं लगती है. भारतीय जनता पार्टी जमशेदपुर महानगर अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिला अध्यक्ष रमेश बास्के ने कहा कि अबुआ दिशोम अबुआ राज का नारा लगा कर सत्ता हासिल करने वाले झामुमो सरकार में सबसे ज्यादा आदिवासी समाज के लोगों को ही प्रताड़ित किया जा रहा है.
राम सिंह मुंडा के प्रयास से मिली थी जमीन
राम सिंह मुंडा के अथक प्रयास से आदिवासी कला सांस्कृतिक भवन निर्माण कार्य के लिए टाटा स्टील लिमिटेड के भूमि विभाग द्वारा जमीन उपलब्ध कराई गई है. कुछ आदिवासी विरोधी मानसिकता रखने वाले भू माफियाओं को खटक रही है. उन भू माफियाओं को इस जमीन पर अवैध कब्जा करने की मंशा है.
धरना में ये थे शामिल
प्रकाश सांडिल, रुद्रों मुंडा, बबलू करुआ, राम मुखी, जनता सरदार, गौतम, शोभा रानी कच्छप, कार्तिक लकड़ा, संतोष सांडिल, फिलिप तिर्की, गणेश मुंडा, अजय सिंह, धन सिंह मुंडा, किशोर महतो, मालती हेंब्रम, सविता मुंडा रुक्मिणी बेसरा, आशा करुआ, शहर सिंह मुंडा, शिशिर कोले, गंगा लोहरा, सुमन सांडिल, विशाल मुंडा आदि शामिल थे.