Ashok Kumar
जमशेदपुर : कभी कालीमाटी के नाम से जाना जाने वाला टाटानगर रेलवे स्टेशन आज पूरे देश में अपनी अलग पहचान बना चुका है. अब इस स्टेशन को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने की प्लानिंग बन रही है. आने वाले 50 साल को ध्यान में रखकर चक्रधरपुर रेल मंडल के अधिकारी अपने स्तर से सबकुछ देख रहे हैं. स्टेशन का बदला लूक में रेलवे की ओर से मल्टीलेबल कार पार्किंग स्टैंड भी बनाने की प्लानिंग की जा रही है. इसके इसके लिये अभी सबसे बड़ा पेंच नक्शा का फंसा हुआ है. नक्शा तैयार होते ही सबकुछ साफ हो जायगा कि प्लानिंग में क्या-क्या है और कबतक उसे धरातल पर उतारना है.
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रेलवे के पास कमी नहीं है जगह की
अगर आनेवालों समय में रेलवे की ओर से टाटानगर रेलवे स्टेशन को शिफ्ट करने का काम किया जाता है तो इसके लिये जगह की भी कमी नहीं है. रेलवे ट्रॉफिक कॉलोनी इसके लिये रोड़ा लगा रहा था, लेकिन यहां की अधिकांश रेलवे क्वार्टर जर्जर अवस्था में है. इसे हटाकर रेलवे की ओर से जगह बनाने का काम किया जा सकता है.
रेल यात्रियों को ध्यान में रखकर बन रही है प्लानिंग
रेलवे की ओर से जो भी काम कराने की प्लानिंग बनायी गयी है उसमें रेल यात्रियों को ही ध्यान में रखा जा रहा है. स्टेशन सब-वे को भी प्लानिंग की सूची में रखा गया है. अगर सब-वे का काम पूरा होता है तो आउट गेट से बाहर निकलने की बजाये रेल यात्री सीधे सब-वे का उपयोग कर मेन रोड पर पहुंच जायेंगे.
नये डीआरएम टीम के साथ जल्द करेंगे सर्वे
रेलवे की ओर से बन रही प्लानिंग को धरातल पर उतारने के पहले रेल मंडल के डीआरएम अरूण जे राठौड़ स्थल का सर्वे करेंगे. उसके बाद इसको लेकर नक्शा तैयार किया जायेगा. नक्शा तैयार करने के बाद ही फाइनल प्लानिंग का पता चल सकेगा. यह सब पूरा होते ही टेंडर निकालने का भी काम रेलवे की ओर से किया जायगा.
आस-पास के क्षेत्रों से हटेगा कब्जा
रेलवे की ओर से जब काम शुरू कराया जायगा उसके पहले ही आस-पास के कब्जा हटाने का काम भी कराया जायगा. इसके लिये रेलवे की ओर से आस-पास के कॉलोनियों में कई बार नोटिस देने का भी काम किया गया है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव रेलवे ट्रॉफिक कॉलोनी पर पड़ेगा. यहां पर 50 फीसदी से अधिक लोग रेलवे की जमीन पर अवैध कब्जा कर मकान बनाये हुये हैं.
टाटानगर स्टेशन पर दिनों-दिन बढ़ रही यात्रियों की भीड़
टाटानगर रेलवे स्टेशन से रोजाना 100 से भी ज्यादा की संख्या में यात्री ट्रेनों का परिचालन होता है. आज की बात करें तो रोजाना 60 हजार से भी ज्यादा यात्री टाटानगर रेलवे स्टेशन से आना-जाना करते हैं. यात्रियों की संख्या दिनों-दिन बढ़ती ही जा रही है. उसी के हिसाब से रेलवे की ओर से यात्री सुविधाओं में भी बढ़ोतरी की जा रही है.
टाटाटानगर रेलवे स्टेशन और उसके आस-पास के खाली पड़े जमीन को ध्यान में रखते हुये अगले 50 साल की प्लानिंग की जा रही है. प्लानिंग में स्टेशन को दूसरे जगह पर शिफ्ट करने, मल्टीलेबर पार्किंग स्टेशन बनाने, स्टेशन से डायरेक्ट बाहर निकलने के लिये सब-वे का निर्माण कराने आदि शामिल है. इसके पहले सर्वे का काम होना है. उसके बाद फाइनल नक्शा बनेगा, तब पता चलेगा कि फाइनल प्लानिंग में किस तरह की योजनाओं को धरातल पर उतारा जायगा.
-मनीष कुमार पाठक, सीनियर डीसीएम, चक्रधरपुर रेल मंडल.
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