पूर्वी सिंहभूम : सामाजिक संस्था यूथ यूनिटी फॉर वॉलंटरी एक्शन के द्वारा तेतला पंचायत के इंपीरियल रिसोर्ट में एक दिवसीय जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें 11 प्रखंड के ग्राम प्रधानों ने भाग लिया. संचालन गर्ल्स फर्स्ट फंड परियोजना की प्रोजेक्ट को-ऑर्डिनेटर ज्योति पिंगूवा ने किया.
ग्राम प्रधानों को बताया गया कि बाल विवाह क्या है. इसके दुष्परिणाम क्या हैं. शिक्षा, स्वास्थ्य, हिंसा, सामाजिक स्तर, सरकारी और समुदाय के लोगों की क्या जिम्मेदारियां हैं. समुदाय में बाल विवाह को लेकर कैसी प्रथाएं हैं. बाल हितैषी गांव कैसे बनाएं. इस पर चर्चा की गई. ग्राम प्रधानों को बाल विवाह क्या हैं, उसके क्या क्या दुष्परिणाम होने हैं और बाल अधिकार क्या हैं.| इसके बारे में बताया गया.
ग्राम प्रधानों को किया प्रेरित
युवा की सचिव वर्णाली चक्रवर्ती ने ग्राम प्रधान की भूमिका के बारे में चर्चा की. ग्रामसभा में बाल विवाह, जबरन विवाह और जल्द विवाह को लेकर जागरूक करना है. गांवों को बाल हितैषी गांव बनाने के लिए ग्राम प्रधानों को प्रेरित किया.
बाल हितैषी गांव बनाने का लिया कल्प
बैठक में उपस्थित सभी ग्राम प्रधानों ने गांवों को बाल हितैषी गांव बनाने का संकल्प लिया. साथ ही साथ ग्राम प्रधानों ने कहा कि गांव में होने वाले ग्रामसभा में भी हमसब मिल-जुलकर बाल विवाह रोकने को लेकर लगातार जागरूकता अभियान चलाते रहेंगे.