सरायकेला : महिला महाविद्यालय में विश्व हिंदी दिवस के उपलक्ष्य में हिंदी विभाग की ओर से शुक्रवार को एक काव्य गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ स्पार्कलीन देई ने कहा कि हिन्दी भाषा आज विश्व पटल पर अपना स्थान बनाने में सक्षम हो सकी है. उन्होंने हिंदी साहित्य के भारतेंदु हरिश्चंद्र, कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद सहित अन्य कवियों के योगदान को सराहना की. साथ ही उन्होंने हिंदी को अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाने, हिंदी में साहित्य, संस्कृति और समृद्धि को उजागर करने पर जोर दिया. इसके लिए छात्राओं को हिंदी में कविता रचने, कहानी लेखन के लिए प्रेरित किया.
इस अवसर पर राजनिति शास्त्र विभाग से चंपा पाल, भूगोल विभाग से प्रेमा नूतन गाड़ी ने प्रेरणादायक ‘सुंदर जिंदगी’ कविता का पाठ किया. अंग्रेजी विभाग से डॉ राजेश कुमार मंडल ने कहा कि हिंदी अंतराष्ट्रीय देशों में भी अहिंदी भाषी लोगों के बीच भी प्रिय भाषा है. इतिहास विभाग से हेमा सुजाता लकड़ा, चंद्रशेखर राय ने अपने विचार छात्राओं के साथ साझा किया. महाविद्यालय की छात्राओं में रीमा नायक ने ‘एक बेटी की कहानी ‘कविता का पाठ किया. साथ ही अन्य छात्राओं में लक्ष्मी सोय, पिंकी हेम्ब्रम, रूपा प्रधान, वैष्णवी, पानो तांत, प्रतिमा, सुबासिनी नायक, लक्ष्मी इत्यादि छात्राओं ने हिंदी की कविताओं का पाठ किया. इस मौके पर सभी विभाग की छात्राएं उपस्थित रहीं. धन्यवाद ज्ञापन हिंदी विभाग की शिक्षिका डॉ श्वेत लता ने कविता पाठ कर किया.