चाईबासा : तांतनगर में बालू घाट से बालू उठाव की सूचना पाकर मौके पर पुलिस बल तो पहुंची, लेकिन चालक फरार हो गया। दो ट्रैक्टर को देख पुलिस ने टायर और उसका हाइड्रोलिक को क्षतिग्रस्त कर दिया। यह पुलिस की कैसी कार्रवाई है इसकी चर्चा क्षेत्र में जोरों पर हो रही है। घटना के बाद से दोनों ट्रैक्टर मौके पर ही पड़ा हुआ है। एनजीटी के आदेश पर बालू उत्खनन पर रोक के बावजूद तांतनगर व मंझारी में बालू का अवैध उठाव बदस्तूर जारी है। पुलिस की ओर से बालू लदे ट्रैक्टर पकड़ने की कार्रवाई के बावजूद बालू के अवैध उठाव पर रोक नहीं लग सकी है।
सूरज ढलने पर बालू तस्करों का होता है सवेरा
दोनों प्रखंड के प्राय: सभी बालू घाटों से रात ढलने के साथ ही उठाव शुरू हो जाता है। बालू तस्करों के लिए सुबह हो जाती है। अवैध बालू उठाव की शिकायत से आजिज सरकार ने अवैध बालू उठाव पर सख्त नियमों का पहरा जरूर लगा दिया है। इसका शत-प्रतिशत परिणाम अभी सामने नहीं आया है। दोनों प्रखंडों की सड़कों पर फर्राटे मारते बालू लदे ट्रैक्टर तथा पुलिस की ओर से जब्ती की कार्रवाई यही इशारा कर रही है।
ट्रैक्टर छोड़ फरार हो गया चालक
तांतनगर ओपी क्षेत्र के सीनी बालू घाट में छापेमारी के दौरान दो ट्रैक्टर पकड़ाया, लेकिन ट्रैक्टर छोड़ कर चालक भाग निकले। सामने कोई नहीं आने के कारण पुलिस की टीम ने दोनों ट्रैक्टरों की बड़ी पहिया को मारकर तोड़ दिया। ट्रैक्टर के हाइड्रोलिक को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। ट्रैक्टर का चक्का क्षतिग्रस्त हो जाने के कारण दोनों ट्रैक्टर दिनभर वहीं पड़ा रहा। इसके बाद भी कई ट्रैक्टर बालू उठाव करने के लिए बालू घाट पहुंच रहा था। लेकिन पुलिस की इस कार्रवाई को देख खाली ट्रैक्टर लेकर वापस निकल गए। इधर स्थानीय प्रभारी राम कृष्णा मुर्मू से पूछे जाने पर इस कार्रवाई से साफ इनकार किया जा रहा है।
चाईबासा, झींकपानी और चक्रधरपुर में होती है खपत
दोनों प्रखंड के विभिन्न बालू घाटों से लगभग हर दिन 40-50 ट्रैक्टर निकलते हैं। इसमें से आधा ट्रैक्टर चाईबासा, झींकपानी व सीकेपी जाता है। स्थानीय पुलिस की सांठगांठ से यह खेल चलता है। इस खेल से हर कोई वाकिफ है। जुबान पर सुशासन का ताला है। तांतनगर प्रखंड के इलीगाड़ा, सीनी, मुड़दा, सिदमा, चिटीमिटी, डोबरोबासा और मंझारी के जलधर, टोंटो, भरभरिया, लगड़ा आदि बालू घाटों से बालू का उठाव बदस्तुर जारी है।