पूर्वी सिंहभूम : पोटका की आत्मा कहे जाने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में यदि आप इलाज करने आ रहे हैं तो हो जाएं सावधान. कहीं ऐसा ना हो कि आपको अस्पताल में ही भर्ती करना पड़ जाए. जी हां 40 सालों पूर्व बना स्वास्थ्य विभाग का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आज पूरी तरह से जर्जर हो चुका है. अस्पताल का मुख्य गेट, भवन का छज्जा और छत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है. समय-समय पर ढलाई टूटकर गिरता रहता है.
नए भवन बनते ही शिफ्ट करने की है योजना
अस्पताल के कर्मी मजबूरन जगह के अभाव में इसी बिल्डिंग के नीचे काम करने को विवश हैं. सुरक्षा कवच के रूप में कागज के कार्टून लगाकर कार्य करने को विवश हैं. मामले पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉ रजनी महाकुड़ ने कहा कि कई बार भवन का रिपेयरिंग करने का प्रयास किया गया मगर रिपेयरिंग नहीं हो पा रहा है. क्या करें भवन का अभाव है. मजबूरन इस बिल्डिंग में ही कार्य करना पड़ रहा है. मगर बहुत जल्द नया बिल्डिंग बन जाने पर पूरा विभाग नई बिल्डिंग में शिफ्ट हो जाएगा.