पोटका : पूर्वी सिंहभूम जिले के पोटका के हल्दीपोखर स्थित पूर्वी पंचायत की मुखिया स्कूल से ड्रॉपआउट किशोरियों को तेजस्विनी से जोड़कर उन्हें शिक्षित करने का काम कर रही हैं. झारखंड सरकार की ओर से 14 से 24 वर्ष के किशारियों के लिए तेजस्विनी योजना चलायी जा रही है. इसके तहत किशोरियों को अनौपचारिक शिक्षा देकर कौशल विकास का भी प्रशिक्षण देकर स्वावलंबी बनाने का काम किया जा रहा है. स्कूल नहीं जाने वाली किशोरियों को स्वावलंबी बनाने के लिए सरकार ने इस प्रकार की योजना की शुरूआत की है. इस योजना में 3 घंटे की पढ़ाई किशोरियों को करायी जाती है.
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डोर-टू-डोर जाकर किशोरियों को खोज रही हैं मुखिया जी
पूर्वी हल्दीपोखर की मुखिया देवी कुमारी स्कूल छोड़ चुकी किशोरियों को डोर-टू-डोर जाकर खोजने का काम कर रही है. इस बीच वह गांव में बैठक कर लोगों को इकट्ठा कर अभिभावकों को भी जागरूक करने का काम कर रही है.
किशोरियों को शत-प्रतिशत शिक्षित करने का लक्ष्य
इस तरह का लक्ष्य आम तौर पर सरकार की ओर से उठाने का काम किया जाता है, लेकिन जिले की देवी कुमार पहली मुखिया है जिन्होंने कहा कि वह अपने पंचायत में शत-प्रतिशत किशोरियों को शिक्षित करेंगी.
इन किशोरियों को तेजस्विनी से जोड़ा
नीतू कालिंदी, पूनम कालिंदी, रितिका कालिंदी, बेबी कालिंदी, रानी कालिंदी, होलिका कालिंदी, जयश्री कालिंदी, सोनाकी कालिंदी, किरण कालिंदी, गीता भूमिज, अंजलि भूमिज, राखी नायक को जोड़ा गया.
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