चाईबासा : केरा मेला इस साल कोविड 19 को ध्यान में रखते हुए नहीं लगेगा। 13 और 14 अप्रैल को मंदिर की तरफ आने वाली बड़ी गाड़ियों को रोकने के लिए बैरिकेटिंग करने का निर्णय लिया गया है। मां भगवती के घट-पाट व पूजा को लेकर एक बैठक शनिवार को हुई। बैठक में निर्णय लिया गया कि इस बार झूला और होटलों को लगने नहीं दिया जाएगा। किसी तरह के खिलौने की भी दुकानें नहीं लगेंगी।
सोशल डिस्टेंसिंग के साथ मंदिर पहुंचे श्रद्धालु
अगर कोई घट-पाट के दौरान श्रद्धालु मंदिर तक पहुंचते हैं तो उन्हें सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। मास्क लगाकर ही मंदिर तक पैदल जाने दिया जाएगा। इसको लेकर मेला संचालन समिति की पूर्व में कई बार बैठक हो चुकी है। भोग की दुकानों को भी कोरोना के खतरे को देखते हुए संक्रमण से बचाव का निर्देश सक्रिय सदस्यों ने दिया है।
मां की आराधना लोग अपने घरों से करें: ऋशिकेश
मां भगवती मंदिर प्रबंधन समिति केरा के सचिव ऋषिकेश सिंह देव का कहना है कि कोरोना महामारी का समय है। ऐसे समय में मां की आराधना लोग अपने घरों से करें तो बेहतर है। जीवन अनमोल है और कोरोना वर्तमान में असाध्य रोग है। भीड़ जुटाएंगे या भीड़ में शामिल होंगे तो दोनों की जीवन के लिए खतरनाक है। ऐसी परिस्थितियों को ध्यान में रखकर ही मेला को स्थगित कर दिया गया है। सिर्फ पूजा-अर्चना और वैदिक अनुष्टान ही होंगे जो सैकड़ों साल से होते आ रहे है।
बैठक में ये थे मौजूद
बैठक में दोनों पूजा समितियों के प्रबुद्ध सदस्यों में जयकुमार सिंह देव,अभिजीत भटटाचार्य, नवकिशोर सिंह देव, कामख्या प्रसाद साहू, बलराम साहू, सिर्द्धार्थ सिंह देव,शेषराज आदि उपस्थि